आगरा। अनुमति न मिलने के बावजूद भी मॉब लीचिंग के विरोध में प्रदर्शन करने का ऐलान करने वाले सपा के वरिष्ठ नेता रामजीलाल सुमन के आवास को पुलिस ने घेर लिया। प्रदर्शन की सूचना होने पर सपाइयों की अच्छी खासी भीड़ भी जमा हो गयी। क्षेत्रीय पुलिस ने इसकी सूचना आलाधिकारियों को दी और भारी संख्या में पुलिसबल मौके पर पहुँच गया। खुद एसपी सिटी ने इसकी कमान संभाली। जैसे ही सपा कार्यकर्ता रामजीलाल सुमन के नेतृत्व में मॉब लीचिंग का विरोध करने के लिए निकले पुलिस ने सपाइयों को हिरासत में ले लिया और बसों के माध्यम से सभी को पुलिस लाइन भेज दिया। पुलिस की ओर से सपाइयों को प्रदर्शन करने से रोके जाने पर सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपना आक्रोश व्यक्त किया। इस बीच सपाइयों की पुलिस के साथ नोकझोंक भी हुई।
सपा के वरिष्ठ नेता रामजीलाल सुमन का कहना था कि मॉब लीचिंग मामले में सरकार गंभीर नही है। इसलिए तो देश में ऐसी घटनाएं रुक नही रही है। पिछले दिनों समाज के कुछ बुद्धजीवियों ने मॉब लीचिंग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखे लेकिन फिर भी यह सरकार इस मामले को लेकर गंभीर नहीं है। सपा नेता रामजीलाल सुमन का कहना था कि अगर किसी से अपराध हुआ है तो उसे सजा देने के लिए पुलिस है लेकिन आक्रोशित भीड़ उसे इतना मारे कि उसकी मौत हो जाये, यह इंसाफ नही है।
सपा नेता रामजीलाल सुमन ने साफ कहा कि मॉब लीचिंग के पीछे आरएसएस और उसके अनुसांगिक संगठन है। इसलिए इस पर आज तक इस सरकार ने कानून नही बनाया। सपाइयों ने साफ कहा कि मॉब लीचिंग के विरोध में उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
इस पूरे मामले को लेकर एसपी सिटी प्रशांत कुमार का कहना था कि सपा कार्यकर्ताओं ने एक प्रदर्शन के लिए अनुमति मांगी थी लेकिन कुछ कारणों से उन्हें अनुमति नही मिली। बिना अनुमति के प्रदर्शन करने पर सभी को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन भेज दिया गया है।