Mathura. अक्सर ट्रेनों में सफर करने वाले यात्री की जान माल की सुरक्षा में आरपीएफ जुटी हुई नजर आती है लेकिन आरपीएफ को एक जोड़ी जूते के लिए पसीना बहाते हुए आपने पहली बार सुना होगा। पूरा मामला मथुरा स्टेशन से जुड़ा हुआ है। दरअसल एक रेलयात्री ने कंट्रोल रूम को सूचना दी कि उसके जूते पंजाब मेल में छूट गए हैं। कंट्रोल रूम की सूचना को सर्क्युलट किया, आरपीएफ सतर्क हुई और पंजाब मेल के मथुरा जंक्शन पर पहुँचने पर के जवान जूते तलाशने में जुट गए। यात्री के जूते सीट के नीचे रखे मिले। जूतों को यात्री के सुपुर्द कर दिया गया। यात्री ने इसके लिए रेलवे और आरपीएफ को धन्यवाद दिया।
जानकारी के मुताबिक करन सिंह नाम का यात्री पंजाब के फिरोजपुर से दिल्ली जाने के लिए पंजाब मेल में सवार हुआ था। उसका ट्रेन के कोच बी-5 की सीट संख्या 20 पर रिजर्वेशन था। दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद उसे अपने जूतों की याद आई। वह दौड़कर दोबारा प्लेटफार्म पर पहुंचा तब तक ट्रेन वहां से रवाना हो चुकी थी।
इस पर यात्री करन ने ट्रेन में अपने जूते छूटने की सूचना कंट्रोल रूम को दी। कंट्रोल रूप से मथुरा आरपीएफ को सूचना दी गयी कि फिरोजपुर से चलकर मुंबई जाने वाली पंजाब मेल के कोच संख्या बी5 की सीट संख्या 20 के नीचे करन सिंह नामक यात्री के जूते गलती से छूट गए हैं। इसके बाद आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक सीबी प्रसाद ने ट्रेन के कोच से यात्री करन सिंह के जूते तलाश करने के निर्देश दिए।
सूचना मिलने पर आरपीएफ जवान मथुरा स्टेशन पर तैनात हो गए और पंजाब मेल के पहुंचने पर आरपीएफ के जवानों ने यात्री द्वारा बताए गए कोच संख्या बी5 की सीट पर देखा तो उसके जूते सीटे के नीचे रखे मिले। आरपीएफ प्रभारी ने बताया कि यात्री के जूते ट्रेन से तलाश कर उसे सौंप दिए गए हैं।