आगरा। आगरा कैंट रेलवे संस्थान रामलीला में स्थानीय कलाकारों ने शानदार अंदाज में लीला का मंचन किया। रावण, कुंभकरण और विभीषण कठोर तप करते हैं, उनकी तपस्या से खुश होकर स्वयं ब्रह्मा जी साक्षात दर्शन देते हैं। ब्रह्मा जी से वरदान मांगने के उपरांत लंकेश रावण अहंकार में आ जाता है। अहंकार वश रावण कैलाश पर्वत से गुजरता है, इसी बीच नंदी और रावण के बीच युद्ध होता है। इस लीला को बेहद शानदार अंदाज में कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किया गया।
इस दौरान राम-सीता के जन्म का भी मंचन हुआ। राजा जनक और रानी सुनैना जनकपुरी की बंजर भूमि पर हल चलाते हैं, जहां से सीता जी अवतरित होती हैं। इसके उपरांत विश्वामित्र राजा दशरथ से राम लक्ष्मण को मांगने आते हैं। राम लक्ष्मण ताड़का का वध करते हैं और सुबाहु का वध करते इसके उपरांत अहिल्या तरुण की लीला मंचित की जाती है।
आगरा कैंट रेलवे संस्थान पर चल रही इस रामलीला आयोजन में कलाकारों द्वारा शानदार प्रस्तुति दी जा रही है। रामलीला देखने पहुंच रहे लोग काफी उत्साह से सभी महिलाओं के मंचन को देख रहे हैं और तालियां बजाकर कलाकारों का उत्साहवर्धन कर रहे हैं।