आगरा। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) ने आगरा में मेट्रो निर्माण की तैयारी शुरू कर दी है। मेट्रो डिपो के लिए भूमि का चयन हो गया है तो वहीं एडीए में मेट्रो का प्रशासनिक कार्यालय खुलने जा रहा है। मेट्रो डिपो के लिए पीएसी से दस एकड़ जमीन मिली है। सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बाद ही शहर में मेट्रो का कार्य शुरू होगा। कोर्ट के आदेश पर केंद्रीय अधिकारिता समिति (सीईसी) ने दो माह पूर्व जांच की थी। सीईसी ने मेट्रो से जुड़ी अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को 10 फरवरी को सौंपी थी। अब सभी की निगाहें सुप्रीमकोर्ट के फैसले पर टिकी हैं।
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि आगरा मेट्रो के डिपो की जमीन मिल गई है। दस एकड़ जमीन डिपो के लिए ली गई है। वहीं मेट्रो का प्रशासनिक कार्यालय भी फाइनल हो गया है। अब कास्टिंग यार्ड की जमीन तलाश की जा रही है। आगरा मेट्रो का काम समय से शुरू करने का प्रयास है। 30 किलोमीटर लंबे रूट पर पहले चरण में छह किलोमीटर का पैच तैयार होगा। इसमें तीन एलीवेटेड और तीन मेट्रो स्टेशन भूमिगत होंगे। ताज ईस्ट से जामा मस्जिद के बीच क्लीयरेंस मिलने के बाद काम शुरू होना है।
आगरा मेट्रो एक नजर में
- आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट की लागत 8379 करोड़ रुपये है।
- शहर में तीस किमी लंबा ट्रैक होगा और तीस स्टेशन होंगे।
- दोनों कॉरीडोर पर 22 स्टेशन एलीवेटेड और आठ स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे।
- आगरा मेट्रो में तीन कोच होंगे। एक की कीमत 11 करोड़ रुपये होगी।
- दोनों रूट पर तीस ट्रेनों का संचालन होगा।
- पांच मिनट के अंतराल पर मेट्रो मिलेगी।
- दो मिनट में एक किमी का सफर तय होगा।
- उप्र मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा मेट्रो ट्रैक व स्टेशन का निर्माण किया जाएगा।
- मेट्रो में एडवांस सिक्योरिटी फीचर में दरवाजा पर डबल लॉक होगा।
- महिलाओं के लिए सीटें रिजर्व होंगी।