आगरा। गर्भावस्था में इम्युनिटी कमजोर हो सकती है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को अपना विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। खासकर उन महिलाओं को जिन्हें उच्च रक्तचाप और मोटापे की समस्या है।
जिला महिला अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. रेखा गुप्ता ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान गर्भवतियों को समय से अपनी जांच कराने की आवश्यकता होती है लेकिन जिन महिलाओं को उच्च रक्तचाप की समस्या है या मोटापे से ग्रस्त हैं उन्हें अपना विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। वे समय से अपना चिकित्सीय परीक्षण कराएं।
डॉ. रेखा ने बताया कि मोटापे से ग्रसित महिलाओं को अपनी थायरायड की जांच करानी चाहिए। वे अपने डॉक्टर के अनुसार अपनी डायट को कंट्रोल करें। जिन महिलाओं को उच्च रक्तचाप की समस्या है वे अपने बीपी को नियंत्रित रखें। ऐसी गर्भवती महिलाओं गर्भावस्था से पहले की जांच और अपने ट्रीटमेंट हिस्ट्री भी डॉक्टर को दिखाएं। इसके साथ ही हर 15 दिन पर डॉक्टर के पास जाकर अपना चेक-अप कराएं।
डॉ. रेखा ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान घर पर रहकर ही आधा घंटा टहलें। हरी सब्जियां को अपने भोजन में शामिल करें। उच्च रक्तचाप वाली गर्भवती महिलाएं नमक का सेवन कम करें। रूटीन जांच अवश्य कराएं।
कोविड से करें बचाव
डॉ. रेखा ने बताया कि गर्भावस्था में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है, इसलिए कोविड से बचाव का भी विशेष ध्यान रखें। किसी भी व्यक्ति के संपर्क में मास्क पहनकर ही आएं। घर से बाहर जाते वक्त मास्क अवश्य पहनें। हाथों को साबुन-पानी से साफ करते रहें।
इन बातों का रखें ध्यान
हरी सब्जिया खाएं
डेली आधा घंटा टहलें
समय से डॉक्टर से जांच कराएं
खून, एल्ब्यूमिन और शुगर, बीपी की जांच डॉक्टर के परामर्श के अनुसार कराते रहें
बीपी कंट्रोल करने के लिए हर 15 दिन में चेकअप कराएं