आगरा। आगरा के जिला अस्पताल में भी डॉक्टर्स डे बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
हर किसी की जिंदगी में डॉक्टर्स की भूमिका काफी अहम होती है। जन्म से लेकर हेल्दी लाइफस्टाइल इन्जॉय करने तक लोगों का सामना कभी न कभी डॉक्टर से ज़रूर होता है। आमतौर पर लोग अपनी शारीरिक और मानसिक परेशानी लेकर डॉक्टर के पास ही जाते हैं और डॉक्टर के पास भी लगभग हर समस्या का इलाज मौजूद रहता है। शायद इसलिए डॉक्टर्स को भगवान का दर्जा भी दिया जाता है. इसी सम्मान को कायम रखने के लिए हर साल 1 जुलाई को ‘नेशनल डॉक्टर्स डे’ मनाया जाता है। आगरा के जिला अस्पताल में भी डॉक्टर्स डे बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । आज के दिन भी डॉक्टर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए दिखाई दिए। सभी चिकित्सकों ने लगभग 2:00 बजे तक ओपीडी को संचालित की और मरीजों को उचित परामर्श देने का साथ उनका इलाज भी किया।
डॉक्टर्स डे का इतिहास
दुनिया के हर देश में अलग-अलग तारीख को डॉक्टर्स डे सेलिब्रेट किया जाता है। भारत में हर साल 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन हर साल देश में राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस के कार्यक्रम का आयोजन करती है। देश में डॉक्टर्स डे मनाने की शुरुआत 1 जुलाई 1991 से की गई थी. यह दिन डॉ. बिधान चंद्र रॉय को समर्पित किया गया है. जानकारी के अनुसार, बी.सी.रॉय का जन्म 1 जुलाई 1882 में हुआ था. दरअसल, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का इलाज करने वाले डॉ. बिधान रॉय ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी योगदान दिया था। उनके इसी योगदान को सम्मान देने के लिए 1 जुलाई को ‘डॉक्टर्स डे’ मनाया जाता है साथ ही 1975 से चिकित्सा, विज्ञान, दर्शन, कला और साहित्य के क्षेत्रों में अद्भुत काम करने वालों को भी हर साल बी.सी.रॉय पुरस्कार से नवाजा जाता है।
डॉक्टर्स डे 2022 की थीम
देश में हर साल डॉक्टर्स डे का सेलिब्रेशन किसी न किसी थीम पर आधारित होता है। इस वर्ष यानी साल 2022 के लिए नेशनल डॉक्टर्स डे की थीम ‘फैमली डॉक्टर्स ऑन दि फ्रंट लाइन’ निर्धारित की गई है।
नेशनल डॉक्टर्स डे का महत्व
नेशनल डॉक्टर्स डे अमूमन डॉक्टर्स के बलिदान को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है। बेशक मरीजों को ठीक करना डॉक्टर्स की ड्यूटी होती है, मगर अपनी इस ड्यूटी को पूरा करने के लिए डॉक्टर्स दिन-रात एक कर देते हैं। आमतौर पर डॉक्टर दिन के चौबीसों घंटे लोगों का इलाज करने के लिए तत्पर रहते हैं। उनके इसी लगन और जज्बे को सलाम करने के लिए यह खास दिन हर साल मनाया जाता है।
चिकित्सकों ने दी प्रतिक्रिया
डॉक्टर्स डे सेलिब्रेट करने के दौरान जिला अस्पताल के डिप्टी सीएम एसीपी वर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि आज का दिन डॉक्टर्स के लिए बड़ा महत्वपूर्ण होता है लेकिन आज भी डॉक्टर अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं है तो वैसे ही ओपीडी संचालित हैं जिला अस्पताल का हर चिकित्सक ईमानदारी से अपनी ड्यूटी का निर्वहन करते हुए मरीजों के साथ ही डॉक्टर डे सेलिब्रेट कर रहा है। वहीं जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन का कहना था कि हर दिन उनके लिए डॉक्टर्स डे है क्योंकि हर दिन उनके पास मरीज आते हैं और हर दिन वह उनका इलाज करते हैं यह तो 1 दिन चिकित्सकों के नाम से इतिहास में दर्ज करा दिया गया है लेकिन चिकित्सक को हर दिन डॉक्टर्स डे मनाना चाहिए क्योंकि हर दिन वह अपने मरीज का उचित इलाज करता है।