कानपुर। लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर हादसों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। लखनऊ की दूरी कम करने के लिए यह सपा सरकार में इस एक्सप्रेस वे का निर्माण कराया गया था लेकिन तेज रफ़्तार लोगों की अकाल मौत का करण बन रही है। सोमवार की सुबह एक ओर बड़े हादसे ने सभी को झकझोर दिया। तड़के सुबह लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर कन्नौज के पास तेज रफ़्तार से आ रही यूपी रोडवेज़ की बस ने 12 लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी तो 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों में 6 छात्र और एक अध्यापक शामिल था। मृतकों 6 छात्र बीटीसी के छात्र थे।
बताया जा रहा है कि सभी छात्र संतकबीर नगर के खलीलाबाद के प्रभा देवी महाविद्यालय के छात्र हैं। इस विद्यालय के लगभग 550 छात्रों का दल 12 बसों से एजुकेशन टूर पर हरिद्वार जा रहा था। इसी दौरान एक्सप्रेस-वे कोतवाली क्षेत्र में चार बजे एक बस में डीजल खत्म होने और एक में तकनीकी खराबी की वजह से सभी बसों को किनारे खड़ा कर दिया गया था। इन्हीं बसों में सवार छात्र और शिक्षक नीचे उतर कर टहल रहे थे। इसी दौरान पीछे से आ रही रोडवेज बस ने एक्सप्रेसवे पर सड़क के किनारे टहल रहे छात्रों, शिक्षक और बस स्टाफ को अपनी चपेट में ले लिया। जिसमें से छः लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही इलाकाई पुलिस मौके पर पहुँच गई। मौके पर पहुँची पुलिस ने जख्मियों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। वहीं पुलिस ने हादसे की जानकारी संतकबीरनगर पुलिस को दे दी है।
इस हादसे में मुख्यमंत्री ने प्रभा देवी विद्यालय, संत कबीर नगर के 6 बी.टी.सी. छात्रों तथा एक शिक्षक की हादसे में हुई मौत पर गहरा शोक जताया है। साथ ही सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिए 2-2 लाख रुपए और घायलों के लिए 50-50 हज़ार रुपए की मदद देने का ऐलान किया है।