आगरा। पिछले कई दिनों से हनीट्रैप मामले में चल रही छापामार कार्यवाही में सिकंदरा पुलिस को सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी इंजीनियरिंग के छात्र को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी से फर्जी आईडी, फर्जी इंजीनियरिंग कॉलेज की स्लिप के साथ नगदी बरामद की है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही को अंजाम देकर जेल भेज दिया है और हनीट्रैप के इस खेल में इसके अन्य तीन फरार साथियों की धरपकड़ के प्रयास में जुट गई है।
पिछले दिनों सिकंदरा थाने में जनक नगर सहारनपुर निवासी आदित्य ने शिकायत दर्ज कराई थी कि फेसबुक पर शहर के इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा से दोस्ती हुई थी जिसने आर्थिक संकट होने पर कॉलेज की फीस जमा न होने पर पढ़ाई जारी न रखने के नाम पर पैसे लेकर ठगी की। इस मुकदमे के बाद से पुलिस इस गैंग के धरपकड़ में जुटी थी। मुखबिर खास की सूचना पर किरावली तिराहे के पास सूर स्मारक स्कूल के पास से इस आरोपी को गिरफ्तार किया। आरोपी युवक से मौके पर 60 हजार नगद, फर्जी फेसबुक आईडी की एक फोटो स्टेट, फर्जी इंजीनियरिंग कॉलेज की स्लिप बरामद की है।
सिंकंदरा पुलिस ने बताया कि आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र सतेंद्र और रितेश ने दिल्ली निवासी नीलम राणा और बरेली निवासी जितेंद्र के साथ मिलकर एक साल पहले एक गैंग बनाया था जो फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया पर एक्टिव था। लोगों को अपने झांसे में लेने के लिए इस गैंग ने छात्रा के नाम से फर्जी आईडी फेसबुक पर बनाई और इसके बाद फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर अनजान लोगों से दोस्ती करना शुरु कर दिया। फोन पर इस गैंग की सदस्य नीलम फेसबुक फ्रेंड से बात कर उन्हें अपने जाल में फंसाती थी और पिता की मृत्यु होने से आर्थिक संकट के कारण पढ़ाई जारी रखने के नाम पर व अन्य माध्यमो से बहला फुसलाकर पीएनबी के खाता नंबर 417000170000095 में पैसा जमा करा लेते थे। सभी फर्जी कागजात रितेश व जितेंद्र तैयार करते थे।
फिलहाल पुलिस ने मुख्य आरोपी को तो जेल भेज दिया है और हनीट्रैप के इस खेल में शामिल अन्य तीन फरार आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास तेज कर दिए हैं।