आगरा। आगरा पुलिस लाइन परेड ग्राउंड में रिक्रूट से आरक्षी बने सिपाहियों का पासिंग परेड आउट कार्यक्रम संपन्न कराया गया। नजारा बिल्कुल गणतंत्र दिवस जैसा था। जहां पीएसी का बैंड राष्ट्र धुन बजा रहा था तो वहीं रिक्रूट से आरक्षी बने सिपाही अब जनसेवा के लिए तैयार हो चुके थे। आपको बताते चलें कि पिछले 6 महीने से 184 रिक्रूट आगरा जनपद में पुलिस लाइन में प्रतिसार निरीक्षक के नेतृत्व में ट्रेनिंग कर रहे थे, जिनकी ट्रेनिंग सोमवार को संपन्न हो गई थी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में आईजी रेंज आगरा ए सतीश गणेश मौके पर थे तो वहीं एसएसपी आगरा बबलू कुमार के साथ में एडिशनल एसपी सौरभ दीक्षित, एसपी सिटी आगरा रोहन पी बोत्रे, एसपी पूर्वी रवि कुमार भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
रिक्रूट से आरक्षी बने सभी सिपाहियों को संबोधित करते हुए आईजी ए सतीश गणेश ने कहा कि आज आप सभी लोग सिपाही बने हैं और 40 साल नौकरी के कार्यकाल में आपको प्रतिदिन संकल्प लेना होगा कि 1 दिन एक गरीब परिवार की जरूर सेवा करनी है। इस भाव के साथ में आपको उत्तर प्रदेश के पुलिस विभाग में नौकरी करके जनता का सेवक बनना है।
जो रिक्रूट से आरक्षी बने हैं। इस पासिंग परेड आउट में उनके परिवार के लोगों को भी शामिल किया गया था। मुख्य अतिथि आईजी ए सतीश गणेश ने खुली जिप्सी में बैठकर पूरी परेड का निरीक्षण किया। इस मौके पर जिले के पुलिस कप्तान बबलू कुमार भी जिप्सी में मौजूद थे। परेड निरीक्षण के बाद में सलामी हुई और उसके बाद में सभी आरक्षी को देश सेवा और राष्ट्रप्रेम की का संकल्प शपथ भी दिलाई गई। शपथ कार्यक्रम के बाद में मुख्य अतिथि आई ए सतीश गणेश ने ट्रेनिंग के दौरान तमाम विषयों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले सिपाहियों को सम्मानित भी किया।
आई जी ए सतीश गणेश का कहना था कि पुलिस लाइन आगरा में 184 रिक्रूट से आरक्षी बने हैं। जिनकी पासिंग परेड आउट कार्यक्रम संपन्न हो गया है। अब यह आरक्षण उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर तैनात रहकर जनता की सेवा करेंगे।
पासिंग परेड आउट कार्यक्रम और सिपाहियों के सम्मान के बाद में जहां पुलिस अधिकारियों के स्वल्पाहार की व्यवस्था थी। तो वहीं सभी आरक्षी और उनके परिवार के साथ में पुलिस लाइन आगरा में बड़े भोजन की व्यवस्था एसएसपी आगरा की ओर से की गई थी। इस मौके पर पुलिस कप्तान बबलू कुमार और आईजी रेंज आगरा ने सभी सिपाहियों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दी।