Agra. चंबल नदी में बढ़ते जलस्तर और तेज बहाव के चलते रविवार को चंबल नदी पर बना पुल तेज बहाव में बह गया। पैंटून पुल को बहता देख कर्मचारियों में हड़कम मच गया। जब यह घटना हुई उस वक्त पुल पर कई कर्मचारी मौजूद थे। आनन फानन में ठेकेदार व कर्मचारियों ने तुरंत मोर्चा संभाला और स्टीमर से पीछा कर बहते हुए पैंटून पुल पर रह रहे कर्मचारियों को निकाला गया और पैंटून पुल को दोबारा घाट किनारे लाकर रस्सियों से बांधा गया। बताया जाता है कि शनिवार रात को फिर से चंबल नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई और रविवार सुबह 10 बजे तक 120.40 पहुंच गया है।
चंबल नदी को पार करने के लिए पिनाहट घाट पर अस्थायी पैंटून पुल बना हुआ है। यह पुल बरसात के चार महीने के लिए पिनाहट घाट से हटा दिया जाता है। इसी के चलते इस पुल को घाट किनारे मजबूत रस्सियों से बांधा गया था। बताया गया है कि रविवार की सुबह पैंटून पुल में बंधी रस्सियां तेज बहाव के चलते अचानक टूट गईं और चंबल नदी में तेज बहाव होने के कारण पुल बहने लगा। उस समय कुछ कर्मचारी पुल पर मौजूद थे।
पैंटून पुल को बहता देखकर कर्मचारी चीखने-चिल्लाने लगे। घाट पर आसपास के लोग एकत्र हो गए। ठेकेदार व अन्य कर्मचारियों ने स्टीमर से करीब एक किमी तक पीछा किया और पैंटून पुल को बीच धार में रोका। इसके बाद उस पर मौजूद सभी कर्मचारियों को नदी से सुरक्षित बाहर निकाला गया। कर्मचारियों को सुरक्षित नदी से निकालने के बाद रस्सों की सहायता से पैंटून पुल को दोबारा घाट पर लाया गया। इस दौरान कर्मचारियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
बता दें कि पूर्व में भी चंबल नदी में आई बाढ़ के चलते पैंटून पुल को हटा दिया गया और इस पुल के रखरखाव के लिए लाखों रुपए का ठेका दिया जाता है। इसके बावजूद ठेकेदार इसकी देखरेख में लापरवाही बरत रहे हैं।