आगरा। थाना पिनाहट क्षेत्र में एक छात्रा ने ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ दिया। छात्रा 1 घंटे तक पिनाहट के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ऑक्सिजन के लिए तड़पती रही लेकिन ऑक्सिजन न मिलने से छात्रा ने दम तोड़ दिया। इसके बाद प्रशासन का अमानवीय चेहरा देखने को मिला। छात्रा के शव को घर ले जाने के लिए उसे एम्बुलेंस भी नही मिली और मृतका के परिजन उसके शव को मोटरसाइकिल पर लेकर घर गए।
जानकारी के मुताबिक उटसाना निवासी मान सिंह की 12 वर्षीय पुत्री ज्योति की लगभग 10 दिन पहले बाइक से गिरकर गले में चोट लग गई थी जिसका आगरा इलाज चल रहा था। रविवार को ज्योति अपने पिता मान सिंह के साथ आगरा से अपने घर जा रही थी। रास्ते में ज्योति के पिता मानसिंह ने जब मेडिकल से दवा खरीद रहे थे तभी अचानक उसे चक्कर आने लगे और गिर पड़ी। एंबुलेंस का नंबर मिलाने के बाद भी काफी देर तक एंबुलेंस नहीं पहुंची जिस पर थाना पुलिस की मदद से ज्योति को सरकारी हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन सरकारी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन नहीं थी। जब ज्योति हॉस्पिटल पहुंची तो उसकी सांसे चल रही थी।
सूत्रों की माने तो हॉस्पिटल में ऑक्सिजन का सिलेंडर तो था लेकिन उसमें ऑक्सीजन नहीं थी जिसकी वजह से ज्योति को ऑक्सिजन नही मिल पाई और उसने हॉस्पिटल में ही दम तोड़ दिया। छात्रा की मौत से पहले तो स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही देखने को मिली लेकिन उसकी मौत के बाद एक और अमानवीय चेहरा देखने को मिला। छात्रा की मृत्यु होने के बाद भी मृतका के पिता को एम्बुलेंस नही मिल पाई, मृत ज्योति के शव को उसका पिता मोटरसाइकिल पर बैठाकर घर लेकर गया।
देश भर में इस वक्त कोरोना वायरस को लेकर जबरदस्त संकट मंडरा रहा है। अगर कोई ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है और उसे ऑक्सीजन की आवश्यकता है तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कितनी व्यवस्था है, यह इस घटनाक्रम से ही समझा जा सकता है।