उत्तर प्रदेश के जिला आगरा के थाना एत्मादपुर में चोरी के कपड़े बेचने के आरोप में पकड़ा गया आरोपी पुलिस गिरफ्त से फरार हो गया। इस मामले में पुलिस पर 3 आरोपियों को थाने में बिना लिखा पढ़ी के रखने का आरोप है। चोर के फरार होने के बाद से थाना पुलिस में हड़कंप मच गया है। वहीं इस मामले में पुलिस कुछ भी बोलने से बच रही है।
दरअसल आगरा के थाना एतमादपुर पुलिस ने सोमवार को कपड़ा चोरी व खरीदने के मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया था। मुख्य आरोपी बुढ़िया ताल निवासी राजेंद्र कुमार उर्फ घेंटा को जांच के लिए कस्बा इंचार्ज रंजन बाबू ले गए थे। बुधवार देर रात पुलिस को चकमा देकर राजेंद्र फरार हो गया। इसके बाद थाना पुलिस के हाथ पैर फूल गए तो वहीं गुरुवार सुबह तक थाना पुलिस मामले को दबाने में लगी रही। लेकिन मामला तब खुल गया जब मामले में चोरी के कपड़े खरीदने के आरोपी के परिजन थाने पहुंचे, मुख्य आरोपी थाने पर नहीं था। पुलिस केस की जानकारी मांगी गई तो पुलिस उसका कोई जवाब नहीं दे पाई।
इस संबंध में जब क्षेत्राधिकारी एत्मादपुर अर्चना सिंह से बात की गई तो उनका कहना था कि थाना पुलिस ने उन्हें इस बात की सूचना तक नहीं दी है।
बिना रपट के आरोपियों को 3 दिन तक थाने में रखना एत्मादपुर पुलिस की बड़ी लापरवाही का नतीजा है तो वहीं यह सवाल खड़ा होता है कि आखिर आरोपी के फरार हो जाने के बाद भी दरोगा ने इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारियों के क्यों नहीं दी। फिलहाल फरार आरोपी की गिरफ्तारी में थाना पुलिस जुटी है।