आगरा ग्रामीण विधानसभा से बीजेपी के विधायक हेमलता दिवाकर कुशवाहा अपने बयानों से एक बार फिर विवादों में आ गई हैं। दरअसल मामला मलपुरा थाना क्षेत्र के धनौली में नाला निर्माण और जन समस्याओं को लेकर चल रहे धरने प्रदर्शन का है। सोमवार को विधायक हेमलता दिवाकर कुशवाहा जिला मुख्यालय पर एसएसपी आगरा से मुलाकात करने पहुंची थी। एसएसपी से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए विधायक हेमलता दिवाकर कुशवाहा ने जन समस्याओं और नाला निर्माण की मांग को लेकर चल रहे जनता के धरना प्रदर्शन पर बेतुका बयान दे दिया। विधायक हेमलता दिवाकर कुशवाहा ने साफ शब्दों में कहा कि ‘मुझे यह सुनने में आ रहा है कि यह धरना और प्रदर्शन पैसों को लेकर और चंदा इकट्ठा करके किया जा रहा है। वे लोग राजनीति कर रहे हैं।’ वहीं धरने पर बैठे लोगों के समाधि लेने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिसको जो करना है वह करें, वो अपना काम कर रहे हैं, मैं अपना काम कर रही हूँ।’
विधायक हेमलता दिवाकर ने आगे कहा कि उन्होंने धनौली क्षेत्र को जलभराव की समस्या से मुक्त बनाने के लिए प्रयास किये। वहां के कुछ उनके अपने लोगों ने बताया है कि धरना प्रदर्शन में दूसरे दल के लोग शामिल हैं और वह जानबूझकर राजनीति की आड़ में यह सब कर रहे हैं।
बताते चलें कि अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों को लेकर जनता में विधायक हेमलता दिवाकर के प्रति कुछ अच्छा संदेश नहीं गया है बीच-बीच में उनके विरुद्ध कई प्रदर्शन भी हुए हैं। जिसके चलते कई बार उन्हें कागजों में विकास कार्यों का ब्यौरा देकर सफाई देने के लिए सामने आना पड़ा। हैरानी की बात यह है कि अब चुनावी दिन आ चुके हैं और ऐसे में जनता के प्रदर्शन को लेकर इस तरह से विवादित बयान देना ठीक नहीं है। सवाल यह भी है कि अगर जनता के प्रति उनकी इस तरह से भावनाएं हैं तो आगामी दिनों में होने वाले विधानसभा चुनाव में वे किस आधार पर जनता से अपने लिए वोट मांगेंगी।