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रक्षाबंधन पर कारागार मंत्री ने जेल पहुंच लिया व्यवस्थाओं का जायज़ा, निकल पड़े आंखों से आंसू, जाने क्यों

by admin

Agra. रक्षाबंधन के पावन पर्व पर जिला व सेंट्रल जेल पर बहनों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली। भाई से मिलकर उसकी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधने को लेकर आधी आबादी का सैलाब जेलों पर उमड़ पड़ा था। जेलों में व्यवस्थाओं को देखने के लिए प्रदेश के कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति भी जिला और केंद्रीय जेल में पहुंचे। जेल के अंदर का दृश्य देखकर जेल मंत्री भी भावुक हो गए। यहां पर चार भाइयों के जेल में बंद होने पर राखी बांधने आई बहन भाइयों से लिपट कर रोने लगी। ये दृश्य देखकर मंत्री भी भावुक हो गए उनकी भी आंख से आंसू निकलने लगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसी बहन को ऐसा दृश्य न देखना पड़े।

भाई से मिलकर लिपटकर रोई बहन

रक्षाबंधन पर जेल और केद्रीय कारागार में बंद भाइयों को राखी बांधने के लिए सुबह से बहनें पहुंची। जेल प्रशासन ने रक्षाबंधन के लिए जेल में राखी बंधवाने के लिए विशेष इंतजाम किए थे। चेकिंग के बाद बहनों को अंदर प्रवेश दिया गया। राखी बांधने के लिए जेल में बैठने की व्यवस्था की गई थी। सुबह करीब साढे़ नौ बजे प्रदेश के कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति जिला जेल पहुंचे। यहां पर उन्होंने कैदियों और उनके परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान एक बहन अपने भाई से लिपट कर रो रही थी।

इस दृश्य को देखकर जेल मंत्री उस परिवार के पास पहुँचे। उन्होंने परिवार से वार्ता की और ढांढस बंधाया। बहन ने जेल मंत्री को बताया कि उसके चार भाई है, चारों जेल में बंद हैं। वह भाइयों को राखी बांधने आई हैं। उनके साथ भाई की बेटी भी आई है। बहन और बेटी को रोता देखकर मंत्री भी भावुक हो गए। उनकी आंखों से भी आंसू छलकने लगे। उन्होंने कहा कि भगवान न कभी किसी के साथ ऐसा हो कि उन्हें जेल में आना पडे़।

दो दिन का हुआ रक्षाबंधन पर्व

जिला जेल और केंद्रीय कारागार में सुबह से बहनों की भीड़ लगना शुरू हो गई। केंद्रीय कारागार अधीक्षक ओपी कटियार ने बताया कि सुबह से मुलाकात करने की प्रक्रिया चल रही है। बुधवार को भी बहनों ने राखी बांधी थीं। बुधवार को 680 महिलाएं और 373 बच्चे आए थे। गुरुवार को भी दोपहर तक 400 महिलाएं आ चुकी हैं। बहनों के लिए टीका करने और राखी बांधने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। तिलक और अन्य सामग्री के लिए विशेष स्टॉल लगाया गया है। पैकेट बंद सामान ही अंदर ले जाने दिया जा रहा है।

युवाओं से करेंगे संवाद

कारागार मंत्री ने कहा कि वे जल्द ही जेल में बंद युवाओं से संवाद करेंगे। उन्हें समझाएंगे कि भविष्य में ऐसे काम न करें कि उन्हें जेल में आना पडे़। वो तो जेल में आ जाते हैं लेकिन उनके पीछे उनका परिवार बहुत पीड़ा सहन करता है। वहीँ कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अपराधी नहीं होते, लेकिन अनायास घटित घटना में उन्हें जेल जाना पड़ता है। कुछ भी गलत करने से पहले वे अपने परिवार के बारे में जरूर सोचें।

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