Home » ताज़महल के साये में हुआ ओलंपिआर्ट का योजन, 17 देशों के 55 कलाकारों ने लिया भाग

ताज़महल के साये में हुआ ओलंपिआर्ट का योजन, 17 देशों के 55 कलाकारों ने लिया भाग

by admin

आगरा। ताजमहल के साये मेहताब बाग़ में इंडियन वाटर कलर सोसायटी द्वारा एक कार्यक्रम के तहत देशी-विदेशी चित्रकारों ने ताजमहल के विभिन्न कोणों से तैयार किये गए चित्रों में तूलिका से कैनवास पर रंग भरकर अपनी कला का प्रदर्शन किया। ताजमहल के सामने ताजमहल की तस्वीर बनाकर सभी चित्रकार बेहद खुश नजर आ रहे थे। पेंटिंग के इस कार्यक्रम में कनाडा, स्पेन, ईरान, पुर्तगाल, इटली, बल्गारिया, बांग्लादेश, नेपाल, थाईलैंड सहित 17 देशों के 55 चित्रकारों ने भाग लिया।

नई दिल्ली के इंदिरा गाँधी नेशनल मैदान पर पहली बार आईडव्लूएस इंडिया की मेजबानी में प्रथम ओलंपिआर्ट 2019 का आयोजन किया गया है जिसके तहत आगरा में ताजमहल के साये में देशी – विदेशी चित्रकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया है। तमाम विदेशी चित्रकारों ने इस कार्यक्रम के आयोजकों का आभार जताया है। ताजमहल के साये में पेंटिंग्स बनाये जाने पर बेहद ख़ुशी महसूस करते हुए बताया कि आज ताजमहल के सामने ताजमहल की पेंटिंग्स बनाने का मौका मिला है जिससे बहुत ख़ुशी हो रही है।  

आपकों बताते चले कि विभिन्न देशों के 72 चित्रकार आगरा आये थे। सुबह 9 बजे करीब चित्रकार मेहताब बाग पहुँचे जहाँ संगमरमरी हुस्न ताजमहल को अपनी तूलिका के माध्यम से कैनवास पर उतारा। कोहरे की चादर के बीच यामुन किनारे ताजमहल को लाइव कैनवास पर उतारकर सभी लोग ख़ुश नजर आए।

इसके बाद सभी चित्रकार बटेस्वर और चम्बल सफारी पहुँचे। जहाँ चित्रकारों ने धार्मिक स्थलों का भ्रमण किया और भारतीय सांस्कृतिक और चंबल सफारी के प्राकृतिक सौंदर्य को अपने कैनवास पर उकेरा।

आई डब्ल्यू एस इंडिया के प्रेसिडेंट अमित कुमार ने बताया कि वॉटरकलर पेंटिंग प्राकृतिक सौंदर्य का आईना है यह प्रयास 2014 से शुरू हुआ था। अब भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार का बड़ा माध्यम बन गया है। ताजमहल, बटेश्वर और चंबल सफारी में 21 देशों के 72 आर्टिस्टों ने अपनी चित्रकला का बेहतर प्रदर्शन किया है।

Related Articles