आगरा। रविवार को पुलिस द्वारा एनएसयूआई के छात्र नेता विलाल अहमद, सतीश सिकरवार सहित अन्य को हरीपर्वत पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया था। इस घटना से आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी मोर्चा खोल दिया। कांग्रेस जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित ने अपने सभी कर्मठ कार्यकताओं को साथ लिया। जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित ने पुलिस प्रशासन पर इस कार्यवाही का विरोध कर दवाब बनाया। देरशाम पुलिस ने एनएसयूआई के छात्र नेताओं को छोड़ दिया।
जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित ने बताया कि एसएसपी बबलू कुमार को फोन लगाने पर इस कार्यवाही और गिरफ्तारी का कारण पूछा तो पता चला कि पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन के कारण एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की गई है।
जिला अध्यक्ष मनोज दीक्षित ने बताया कि इस पूरे प्रकरण से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने इस घटना को लेकर आगरा प्रशासन के खिलाफ़ तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा तानाशाही सरकार भ्रष्टाचार पर तो अंकुश लगा नहीं पा रही है निर्दोष लोगों को बेवजह गिरफ्तार किया जा रहा है। अंग्रेजों के समान हिटलर शासन नहीं चलने देंगे। एनएसयूआई कार्यकर्त्ताओं की रिहाई न होने पर प्रदर्शन की चेतावनी दी।
मनोज दीक्षित का कहना था कि हाल ही में विश्वविद्यालय से संबंधित छात्रों की समस्याओं का समाधान ना होने पर और उन समस्याओं से प्रदेश सरकार को अवगत कराने के लिए एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने डिप्टी सीएम को काले झंडे दिखाए थे। शायद पुलिस प्रशासन एनएसयूआई और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से डर गया कि कहीं इस घटना की पुनरावृति दोबारा ना हो जाए
लेकिन कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने साफ कहा कि अगर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को पुलिस नहीं छोड़ती तो पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई के विरोध में हर संभव कदम उठाया जाता। चाहे फिर सीएम को काले झंडे ही क्यों ना दिखाए जाते।
मनोज दीक्षित का कहना था कि कांग्रेस और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं की बुलंद आवाज के कारण आज शासन और प्रशासन को झुकना पड़ा और छात्र नेता विलाल अहमद और सतीश सिकरवार सहित अन्य एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को छोड़ना पड़ा।