आगरा। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के कार्यालय में जहां एक तरफ सुबह से शाम तक एसी और पंखा चलता है। वहीं दूसरी तरफ आगरा के सरकारी स्कूल में बच्चे गर्मी में पसीने से तर बतर होकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। हालत यह है कि स्कूल में बिजली का कनेक्शन नहीं है और बच्चों को अपने घर से हवा करने के लिए पंखा ले कर आना पड़ रहा है। कुछ बच्चे पंखे से हवा कर रहे हैं तो कुछ ने कॉपी को ही अपना पंखा बना लिया है।
आगरा के मोती कटरा स्थित इस स्कूल में दो प्राथमिक और एक जूनियर स्कूल संचालित होता है। करीब 86 बच्चे इस स्कूल में पढ़ते हैं। प्राथमिक विद्यालय के यह हालात है कि बच्चों को गर्मी और उमस में पढ़ने को मजबूर होना पड़ रहा है। इस स्कूल में पंखे तो लगे हैं लेकिन यह पंखे सिर्फ मतदान के समय चलते हैं। क्योंकि चुनाव के समय इस स्कूल को मतदान केंद्र बनाया जाता है। प्रशासन द्वारा स्कूल में बिजली की व्यवस्था की जाती है और करीब हफ्ते भर तक स्कूल में बिजली की आपूर्ति रहती है। लेकिन उसके बाद इस स्कूल के करीब 86 बच्चे बिना बिजली के पसीने से तरबतर होकर पढ़ाई करने को मजबूर होते हैं।
1952 में मोती कटरा क्षेत्र में यह प्राथमिक विद्यालय शुरू हुआ था। जिसमें एक से पांच तक की कक्षा में करीब 30 बच्चे पढ़ते हैं। इसी बिल्डिंग में 2 साल पहले गुड़ की मंडी के प्राथमिक विद्यालय और जूनियर स्कूल के करीब 56 बच्चों को भी शिफ्ट कर दिया गया है जो दूसरे कमरे में पढ़ते हैं। इस स्कूल में सिर्फ 2 कमरे हैं। इसमें एक कमरे में प्राथमिक विद्यालय मोती कटरा और दूसरे कमरे में कमपोजिट विद्यालय गुड़ की मंडी संचालित होता है।
बिजली कनेक्शन ना होने के चलते बच्चे अपने घर से पंखा लेकर आते हैं और उस हाथ के पंखे से हवा कर अपनी पढ़ाई जारी करते हैं। कई बच्चों के पास पंखे भी नहीं है तो वह गर्मी में कॉपी से ही हवा करते हैं।
कंपोजिट विद्यालय गुड़ की मंडी की प्रधानाचार्य रश्मि ने बताया कि स्कूल के कई बच्चों की गर्मी की वजह से तबीयत भी खराब हो चुकी है। कभी कोई बच्चा सिर दर्द से परेशान होता है तो कभी किसी को उल्टी होती है। वहीं बच्चों के परिजन स्कूल में अधिकतर बच्चों को भेजते ही नहीं है। उनका कहना है कि स्कूल में बिजली की व्यवस्था नहीं है तो गर्मी में हम अपने बच्चों को क्यों भेजें।
विद्यालय के प्रधानाचार्य रफीकउद्दीन ने बताया कि स्कूल में लंबे समय से बिजली कनेक्शन नहीं है। कई बार इसके लिए अधिकारियों को लिखकर अवगत कराया गया है लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। टोरंट की तरफ से एक पत्र जारी किया गया है। जिसमें लिखा गया है कि तकनीकी कारणों की वजह से आपके स्कूल में बिजली कनेक्शन नहीं दिया जा सकता।
वहीं जहां एक तरफ देश का भविष्य गर्मी में पढ़ने को मजबूर है। वहीं दूसरी तरफ बीएसए कार्यालय के हालात ही कुछ अलग है। कार्यालय में कोई अधिकारी मौजूद नहीं है पता किया गया तो बताया गया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी छुट्टी पर है लेकिन उनके कार्यालय में एसी और पंखा लगातार चल रहा था।
वहीँ खंड शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र सिंह का कहना है कि स्कूल में बिजली के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी ने टोरंट को पत्र लिखा है। जल्द ही स्कूल में बिजली का कनेक्शन लगा दिया जाएगा।