स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार का मंगलवार को दाखिल एक प्रश्न का जवाब सुर्खियों में है। दरअसल स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार से इस बात का जवाब मांगा गया था कि क्या दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन न मिल पाने की वजह से बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है? तो इस पर राज्य स्वास्थ्य मंत्री ने जवाब में बताया कि कोरोना (Covid-19) महामारी की दूसरी लहर (Corona second wave) के दौरान किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश से ऑक्सीजन (Oxygen) की किल्लत के चलते मरीज की मौत की खबर नहीं मिली है।
स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने यह भी बताया कि कोविड महामारी की दूसरी लहर (Corona second wave), जो कि अप्रैल- मई के दौरान पीक पर थी तब ऑक्सीजन (Oxygen) की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई थी, जो कि पहली लहर के दौरान 3095 मीट्रिक टन थी जबकि दूसरी लहर में यह मांग बढ़कर नौ हजार मैट्रिक टन हो गई यानी तकरीबन 3 गुना बढ़ गई।
भारती प्रवीण ने बताया कि स्वास्थ्य राज्य का मामला है जिसके चलते राज्य और केंद्र शासित प्रदेश कोविड के मामलों और मौत की संख्या को लेकर लगातार केंद्र को नियमित आंकड़ों की सूचना देते रहे हैं। आगे उन्होंने बताया “केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड से मौत की सूचना देने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए थे, जिसके अनुसार, सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश नियमित रूप से केंद्र सरकार को कोविड के मामले और इसकी वजह से हुई मौत की संख्या के बारे में सूचना देते हैं। बहरहाल, किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने ऑक्सीजन के अभाव में किसी की भी जान जाने की खबर नहीं दी है।”