आगरा। थाना ताजगंज क्षेत्र में घर के आगे कूड़ा डालने पर पड़ोसियों में विवाद हो गया। पीड़ित द्वारा पुलिस से शिकायत करने पर दबंग पड़ोसियों ने महिला व उसके बच्चों को बुरी तरह पीटा गया। घायल महिला इस वक्त निजी अस्पताल में भर्ती है। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी है। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल करवाया है और दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ तहरीर दी है। पीड़ित पक्ष का आरोप है की सीसीटीवी फुटेज होने के बाद भी राजनैतिक दबाव में अभी तक कार्रवाई नहीं की गयी है।
जानकारी के मुताबिक़ आगरा के ताजगंज क्षेत्र में रेशम एन्क्लेव में रहने वाले डिफेन्स इम्प्लाई लेखराज सिंह चाहर का पड़ोसी यशोदा देवी पत्नी सुनील से घर के बाहर कूड़ा डालने को लेकर विवाद है। लेखराज के अनुसार पड़ोसी उनके घर के बाहर कूड़ा फेंकते थे। उन्होंने जब विरोध किया तो उन्होंने लड़ना शुरू कर दिया। 4 जनवरी को उन्होंने विवाद होने पर 112 नंबर पर फोन किया। मौके पर आई पुलिस ने दूसरे पक्ष को समझाया और भविष्य में उनके घर के बाहर कूड़ा न डालने को कहा।
इसके बाद अगले दिन दोबारा कूड़ा फेंका गया। आरोप है कि पत्नी सरोज चाहर द्वारा मना करने पर यशोदा द्वारा अपनी पहुँच का हवाला देकर धमकी दी गयी। इस पर पत्नी सरोज ने पुलिस को फोन किया, मौके पर आई थाना पुलिस ने इस बार भी दूसरे पक्ष को कूड़ा डालने से मना किया और झगड़ा न करने की हिदायत दी।
पीड़ित लेखराज के अनुसार बुधवार रात को साजिश के तहत यशोदा ने अपने भाइयों, उनकी पत्नी और भाइयों के साले को घर पर बुला लिया था। मेरे घर पर मेरे साले के बच्चे आए हुए थे। सुबह जब वो घर से आफिस गए और बच्चे कालोनी के पास ही बालीवाल खेलने के लिए चले गए। इस दौरान पत्नी बच्चों को बुलाने के लिए बाहर दरवाजे पर खड़ी हुई थी। तभी अचानक पड़ोसी महिला और उसके भाइयों ने पत्नी पर हमला कर दिया। बीच बचाव करने आय बच्चों को भी जमकर पीटा। पत्नी के घुटनों और सिर पर चोट आई है।
पीड़ित पक्ष के मामले में थाना ताजगंज पुलिस ने रात में महिला का मेडिकल करवाया और सुबह उनका अल्ट्रासाउंड और एक्सरे कराया गया। सीसीटीवी फुटेज में साफ तौर पर हमला होता दिखने के बाद भी अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया है। थाना प्रभारी के अनुसार दोनों तरफ तहरीर दी गयी है। मेडिकल कराया गया है और जांच की जा रही है। अभी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।
पीड़ित लेखराज का आरोप है की दूसरे पक्ष की तरफ से भाजपा के नेताओं के फोन आ रहे हैं। इसीलिये दबाव में कार्रवाई नहीं हो रही है। दूसरे पक्ष से बात करने का प्रयास किया गया है पर उनसे संपर्क नहीं हो पाया है।