आगरा। आमतौर पर हमारी रोजमर्रा जिंदगी की शुरुआत चाय की चुस्कियों के साथ होती है। इसके अलावा खुले बाजार और शहर की गलियों के नुक्कड़ में चाय के शौकीनों को हाथ में चाय का प्याला पकड़े दोस्तों के साथ गुफ्तगू करते हुए भी देखा जा सकता है। चौराहों और गलियों के नुक्कड़ों पर अक्सर एक छोटी सी दुकान के सामने काफी भीड़ देखी जा सकती है, जहां सुबह से लेकर देर रात तक चाय की चुस्कियों के साथ दोस्ती निभाई जाती है तो कोई किसी के इंतज़ार में होता है या फिर किसी नौकरी या बिजिनेस को लेकर स्टैंडिंग मीटिंग भी चलती है। ऐसे ही चाय के शौकीनों के लिए अब आगरा शहर में तमाम रेस्तरां भी खुल गए हैं। यानी कि ये चाय अब शौक पूरा करने के साथ-साथ एक प्रोफेशनल बिजिनेस भी बन गया है। इसके चलते अब चाय का स्वाद सिर्फ अदरक, मसाला या इलायची तक नहीं बल्कि ड्राई फ्रूट और फलों के स्वाद में भी चाय मिलने लगी है।
आगरा शहर में हमने अभी तक कॉफ़ी के रेस्त्रां देखे जहाँ लोग आराम से एसी में कॉफी पीने के साथ गुफ्तगू करते हुए देखे जाते हैं लेकिन अब यहाँ चाय के स्वाद के कम्पटीशन के चलते चाय के कई रेस्त्रां भी खुल गए हैं। इन रेस्त्रां में चाय का स्वाद भी आज की जनरेशन के हिसाब से काफी बदल चुका है। इतना ही नहीं एसी में चाय पीने के साथ आपको नेट सर्फिंग या बुक पढ़ने के ऑफर भी दिए जा रहे हैं।
यहाँ मिलेगा एसी में बैठकर ड्राई फ्रूट चाय का आनंद
संजय प्लेस में डॉक्टर शॉप बिल्डिंग की पार्किंग के सामने एक चपास (Chapaas) नाम से चाय रेस्त्रां खुला है। इस एसी रेस्त्रां में आप बादाम – पिस्ता से बनी चाय का चुस्की का मजा ले सकते हैं। इसके अलावा यहाँ चाय के एक दर्ज़न से अधिक फ्लेवर मौजूद हैं। रेस्त्रां मालिक का यह भी दावा है कि किफायती दाम में आपको स्नैक्स और अन्य ड्रिंक्स भी मिलती है जिसका स्वाद अन्य रेस्त्रां से बिलकुल अलग है।
प्रोफ़ेशनल चला रहे टी रेस्टोरेंट
चाय के रेस्त्रां चलाने वाले साधारण व्यक्ति नहीं। इंजीनियर और एमबीए हैं। यह दुकानें अपने खास स्वाद के साथ शांत माहौल के कारण पसंद आ रही है। देश के जाने माने एमबीए चाय वाले की तर्ज पर आगरा के प्रोफेशनल चाय के कारोबार को नए आयाम दे रहे हैं। चपास रेस्त्रां को चलने वाले शोभित शर्मा एमबीए-बीटेक हैं। उन्होंने बताया कि चाय अब लो प्रोफाइल व्यवसाय नहीं रहा है। देश में कई स्टार्ट अप इसके स्वाद से रातों रात छा गए। यदि मार्केट में कुछ अलग पेशकश की जाए तो लोग हाथों हाथ ले रहे हैं। पारंपरिक के साथ अन्य स्वादों की चाय को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।
चाय के साथ किताब
हाल में सिकंदरा आवास विकास कॉलोनी में खुली नई चाय की टपरी की न्यूज़ हमने प्रकाशित की थी जहाँ आने वालों को चाय की चुस्कियों संग ज्ञान बढ़ाने का अवसर भी मिलता है। यहां आने वालों को संचालकों द्वारा अच्छी गुणवत्ता का साहित्य उपलब्ध कराया जाता है। ऐसा नहीं कि यहां किताब पढ़ने के लिए आपको चाय खरीदना जरूरी है। यदि आप सिर्फ किताबें पढ़ना चाहते हैं तो इस दुकान के संचालकों को किसी भी प्रकार की आपत्ति नहीं है।