आगरा। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते उत्तर प्रदेश में 55 घंटे का लॉकडाउन चल रहा है जिसका समय सोमवार सुबह 5:00 बजे खत्म होने वाला है। लॉकडाउन खत्म होने से पहले ही उत्तर प्रदेश सरकार ने मिनी लाकडाउन फार्मूला अपनाया है, यानी पांच दिन बाजार और दफ्तर खुलेंगे और शनिवार और रविवार लाकडाउन रहेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने टीम इलेविन के साथ बैठक कर प्रदेश भर के जिलों की रिपोर्ट जानी है जिसके बाद यह फैसला लिया गया है। प्रदेश के कुछ जिले खतरनाक मोड़ पर नजर आ रहे हैं जिसको देखते हुए सूबे के मुखिया ने मिनी लॉकडाउन फार्मूला अपनाया है।
यूपी सरकार द्वारा अपनाए गए मिनी लॉकडाउन के बारे में जानने के लिए हमने व्यापारी वर्ग से बातचीत की है। आगरा का व्यापारी वर्ग मिनी लॉकडाउन फार्मूला के पूर्ण समर्थन में आ गया है। व्यापारी वर्ग का कहना है कि अगर सरकार का फैसला अच्छा है। क्योंकि आगरा में उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा केस पाए गए हैं और सूबे में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस से मौत की संख्या भी आगरा में रही है। पिछले साढ़े तीन महीने के लॉकडाउन में निम्न वर्गीय और मध्यम वर्गीय परिवार के सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। अब वह दोबारा लंबे समय के लिये लॉकडाउन को सहने की स्थिति में नहीं है, ऐसे में मिनी लॉकडाउन का यह फार्मूला सही है।
सच्चाई यह है कि पिछले साढे तीन महीने के लॉकडाउन के दौरान आगरा के निम्न वर्गीय और मध्यमवर्गीय परिवारों ने अपने परिचितों से पैसे लेकर घर का खर्चा चलाया था। अभी लोगों का कर्ज भी नहीं चुक पाया था। मगर वैश्विक महामारी को रोकने के लिए सरकार को यह कदम उठाने बेहद जरूरी थे।
व्यापारी वर्ग का कहना है कि जान है तो जहान है। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचने के लिए लॉकडाउन बेहद जरूरी है। घर का खर्चा तो जैसे चल रहा हैं ऐसे ही चलता रहेगा।
वहीं आगरा वासियों का कहना है कि लोगों ने जो पूर्व में गलतियां की हैं उसी का खामियाजा आगरा भुगत रहा है। आगरा में सब्जी मंडियों की बात हो या फिर प्रमुख बाजारों की, लॉकडाउन खत्म होने के बाद यहां लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का मजाक उड़ाया और बिना मास्क के घर से बाहर निकल कर अन्य लोगों के संपर्क में आए। यही वजह है कि यहां कोरोना वायरस का संक्रमण और ज्यादा तेजी से बढ़ा। मगर अब इसे रोकने के लिए बेहद आवश्यक है।
उत्तर प्रदेश सरकार का मिनी लॉकडाउन फार्मूला शहर वासियों को पसंद आया है जिसमें एक सप्ताह में पांच दिन बाजार और सरकारी दफ्तर खुलेंगे। शनिवार और रविवार को पूर्ण तरीके से लॉकडाउन होगा। ऐसे में जहां हम कोरोना वायरस को रोकने के लिए एक साथ खड़े होंगे तो वहीं आर्थिक संकट भी से भी लोगों को नहीं जूझना पड़ेगा।