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‘मेरी आवाज सुनो’ अभियान बनेगा मतदाता की आवाज, ‘गोपी-गोपिका’ उठाएंगे आगरा के मुद्दे

by admin
'Listen to my voice' campaign will become the voice of the voter, 'Gopi-Gopika' will raise the issues of Agra

Agra. आगरा शहर के विकास और लोगों की मूलभूत समस्याओं के समाधान के लिए नागरिकों के संगठन ‘सिविल सोसायटी आगरा’ ने ‘मेरी आवाज सुनो’ अभियान की शुरूआत की है। संस्था ने प्रेसवार्ता कर इस अभियान के पोस्टर का विमोचन किया और अभियान की शुरुआत की।

सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा के जनरल सेक्रेटरी अनिल शर्मा का कहना था कि संस्था का यह एक ऐसा गैर राजनैतिक अभियान है जो राजनीतिज्ञों की दिशाहीनता को दिशा देने के का काम करेगा। सोसायटी का मानना है कि चुनाव के बाद जनप्रतिनिधियों से ठगा हुआ महसूस करने के स्थान पर मतदाता को अपनी बात को चुनाव लड़ने वालों के समक्ष दमदारी से रखना चाहिये। जो जनता के मुददे दमदारी से रखने के प्रति प्रतिबद्धता जताये उसे ही वोट देना चाहिये।

शहर के विकास का रोडमेप नहीं किसी दल पर

2022 में विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है। राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी अपना चुनावी एजेंडा अघोषित रूप से तय कर चुकी है। अन्य राजनैतिक दल भी सक्रिय हैं लेकिन कोई भी आगरा के कल्याण और नागरिकों की जरूरत को पूरा करने वाले काम करने या करवाने को लेकर कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं है। हकीकत में आगरा के विकास का रोडमैप ही किसी भी राजनैतिक दल के पास नहीं है। ऐसे में जनता के पास अपनी बात खुद कहने और उसे दोहराते रहने का विकल्प ही रह जाता है।

मेरी आवाज सुनों अभियान बनेगा आम मतदाता की आवाज –

संस्था के अध्यक्ष शिरोमणि सिंह ने कहा कि हमारा प्रयास है कि ‘मेरी आवाज़ सुनो’ अभियान उस आम वोटर की आवाज़ बने , जो अब तक चुनाव के बाद अपने आप को ठगा सा महसूस करता आया है। चुनाव से पहले वो ऐसे जनप्रतिनिधि का चयन करें जो उसके शहर की आवाज सदन में उठा सके।

आगरा के विभिन्न मुद्दों को उठाएंगे-

मेरी आवाज़ सुनो के मुख्या पात्र “गोपी और गोपिका” आगरा के आम नागरिक हैं जो शहर से लेकर देहात में बसते हैं। उनकी आम जिन्दगी से ले कर अपनी खुद की रोजी रोटी, बच्चों का भविष्य, सामाजिक और आर्थिक विकास आदि है. जहाँ एक और आत्मनिर्भरता , एक जिला एक प्रोडक्ट पर जोर दिया जा रहा है पर धरातल पर दूर दूर तक कुछ होता हुआ नहीं दिख रहा है। आगरा का आर्थिक विकास पर्यटन पर है या उन उद्योगों पर जिन से प्रदूषण नहीं होता लेकिन इस तरफ कुछ कार्य नहीं हुआ। जनप्रतिनिधि विधान सभा और लोक सभा में आगरा के विकस की आवाज को ईमानदारी से उठाने को तैयार नही है। जिसका नतीजा है कि आजतक हाई कोर्ट बेंच नही आई, यमुना पर बैराज नही बना, इंटरनेशनल स्टेडियम पर कोई कार्य नही, और बेरोजगार युवाओ के लिए कोई भी प्रदुषण रहित उद्योग या फिर पर्यटन को बढ़ावा देने वाली योजनाओं को अमलीजामा नही पहनाया गया है।

जनता के बीच जाएगी सिविल सोसाइटी –

सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा “मेरी आवाज़ सुनो” के तहत, जनता के बीच जाकर जनता के मुद्दों को जानेगी और उन मुद्दों को विभिन्न राजनैतिक दलों और उनके प्रत्याशियों के सामने लाएगी जिससें आम जनता अपने ऐसे जनप्रतिनिधि का चुनाव कर सके जो शहर की समस्याओं को जानता हो और जीतने के बाद सिर्फ पार्टी का नुमायन्दा बन कर न रहे बल्कि समस्याओं का समाधान कराये।

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