नई दिल्ली (21 May 2022)। ज्ञानवापी मजिस्द को लेकर फेसबुक पर पोस्ट अपलोड करने के मामले में दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर की गिरफ्तारी पर वामपंथी छात्र संगठनों का प्रदर्शन।
वाराणसी की ज्ञानवापी मजिस्द में सर्वे के दौरान शिवलिंग मिलने का दावा किया गया था। इसके बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के प्रोफेसर रतन लाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट अपलोड की। आरोप है कि इसको लेकर धार्मिक भावनाएं आहत हुईंं। पुलिस ने शुक्रवार रात को उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद शनिवार को जैसे ही यह खबर वामपंथी छात्र संगठनों को लगी तो प्रोफेसर के समर्थन में उन्होंने प्रदर्शन किया।
दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) की आर्ट फैकल्टी के बाहर वामपंथी छात्र संगठन आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन के बैनर तले छात्रों ने प्रदर्शन किया। प्रोफेसर को तत्काल रिहा किए जाने की मांग की।
ये था मामला
ज्ञानवापी मस्जिद मामले में कोर्ट के आदेश पर सर्वे हुआ था। इसमें हिंदू पक्ष ने शिवलिंग मिलने का दावा किया था। इसको लेकर प्रोफेसर रतन लाल गुप्ता ने फेसबुक पर पोस्ट अपलोड की। बाद में इस पर हंगामा हुआ। इसके बाद उन्होंने सफाई दी कि वह इतिहास के छात्र हैं। शिवलिंग तोड़ा हुआ नहीं, काटा हुआ लग रहा है। उन्होंने कहा कि इतिहास का छात्र अपने हिसाब से चलता है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने इसके बाद भी मुकदमा दर्ज करा दिया।