इस बार महा कुम्भ प्रयागराज में लगा था और इस महाकुंभ को लेकर योगी सरकार काफी गंभीर रही। साधु संतों के साथ कुम्भ में आने वाले श्रद्धालु को किसी भी तरह की दिक्कत न हो और श्रद्धालु आसानी से प्रयागराज पहुँच सके इसके लिए यूपी रोडवेज की कुछ बसों को विशेष तौर पर कुंभ के लिए लगाया गया था। महाकुंभ के प्रचार प्रसार के लिए रोडवेज की बसों पर कुम्भ से संबंधित स्टीकर भी लगाए गए थे जिसमें करोड़ो रुपये खर्च हुए लेकिन आगरा रीजन की बसों में इन स्टीकरों का सही इस्तेमाल नही हुआ इसलिए तो आईएसबीटी पर प्रतिदिन कुम्भ से जुड़े हुए स्टीकरों को जलाया जा रहा है।
रोडवेज अधिकारी इन स्टीकरों को जलाकर सरकार के राजस्व को नुकसान पहुँचा रहे है तो वहीं क्षेत्र की आबो हवा भी दूषित हो रही है जबकि आगरा जिले में अवैध रूप से कूड़ा जलाने को लेकर कानूनी शिकंजा कसा जा रहा है। आईएसबीटी पर लगातार कुंभ से संबधित स्टीकरों को जलाये जाने से रोडवेज के कर्मचारी भी आक्रोशित दिखाई दे रहे है।
आईएसबीटी पर स्टीकरों को जलता देखकर कर्मचारियों से वार्ता की गई तो उनका कहना था कि इस संबंध में तो फोर्ट एआरएम वी के लोहानी और स्टेशन इंचार्ज संजीव शर्मा ही बता सकते है कि आखिरकार कुंभ से संबंधित स्टीकरों को क्यो जलाया जा रहा है। इन्हें गाड़ियों पर क्यो नही लगाया गया। अगर बसों पर स्टीकरों नही लग पाए तो उन्हें वापिस क्यों नही किया गया और उन्हें जलाया क्या जा रहा है।