Agra. खेरागढ़ विधानसभा सीट से प्रत्याशी होने के बाद गंगाधर कुशवाह ने बसपा पार्टी से विधायक रहे भगवान सिंह कुशवाहा पर जमकर निशाना साधा। कार्यकर्ताओं को मंच से संबोधित करने के दौरान उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने स्वार्थ के कारण पार्टी छोड़ी तो पार्टी को मजबूत बनाने और इस सीट से चुनाव लड़ने का मेरा हक बनता है या नहीं।
मंच से संबोधित करते हुए बसपा प्रत्याशी गंगाधर कुशवाहा ने कहा कि भगवान सिंह कुशवाहा के लिए उन्होंने 2007 में ही इस विधानसभा की सीट छोड़ दी थी। 2007 में भगवान सिंह कुशवाह खुद उनके पास आए थे और इस सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। उनकी इच्छा का सम्मान रखते हुए मैंने उस समय चुनाव न लड़ने का ऐलान किया था और भगवान सिंह कुशवाहा को चुनाव लड़वाया। 2007 में वो चुनाव जीते और विधायक हुए। 2012 में एक बार फिर पार्टी ने उन्हें चुनाव लड़ाया और वह जीते और विधायक बने लेकिन तीसरी बार वह चुनाव हार गए और उसके बाद उन्होंने पार्टी से किनारा करना शुरू कर दिया।
पार्टी ने मान – सम्मान दिया
खेरागढ़ प्रत्याशी गंगाधर कुशवाहा ने मंच से कहा कि पूर्व विधायक भगवान सिंह कुशवाहा को पार्टी ने मान और सम्मान दोनों दिए। वह खुद पार्टी से दो बार विधायक हुए। उनके पिता जिला पंचायत अध्यक्ष रहे लेकिन फिर भी उन्होंने पार्टी से किनारा किया और हाथी की सवारी छोड़ कर कमल का दामन थाम लिया। इसलिए अब पार्टी ने कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में मुझे आपके बीच में सेवा करने के लिए भेजा है। अब तो इस सीट पर चुनाव लड़ने का भी हक उनका बनता है।
पूर्व एमएलसी प्रताप सिंह बघेल ने कहा कि अगर भाजपा ने भगवान सिंह कुशवाहा को खेरागढ़ विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा तो इसके बावजूद पार्टी अपने प्रत्याशी को मजबूती के साथ चुनाव लड़ाएगी। क्षेत्र की सम्मानित जनता जानती है कि उनका विकास कौन सा प्रत्याशी और कौन सी पार्टी कर सकती है। इसीलिए जनता ही गंगाधर कुशवाहा को इस विधानसभा से विधायक बनाकर लखनऊ भेजेगी।