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धूलिया गंज जैन मन्दिर में धूम धाम के साथ मनाया गया आचार्य विद्यासागर महाराज का अवतरण दिवस

by admin
Incarnation day of Acharya Vidyasagar Maharaj celebrated with great pomp in Dhulia Ganj Jain Temple

आगरा। विश्व व जैन समाज के सबसे बड़े सन्त आचार्य विद्यासागर महाराज के अवतरण दिवस पर शहर भर में जैन अनुयायियों ने कार्यक्रमों का आयोजन किया। जिसमें प्रमुख रुप से आगरा में चल रहे आचार्य श्री के शिष्यों मुनि प्रणम्य सागर व मुनि चन्द्र सागर के पावन सानिध्य में धूलिया गंज जैन मन्दिर में भी बड़ी धूम धाम के साथ आचार्य श्री का अवतरण दिवस मनाया गया।

धूलिया जैन समाज द्वारा एक सुन्दर सुसज्जित रथ पर आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी का छायाचित्र रखा गया, जैन समाज के अनुयायी बैंड बाजे के साथ नगर भ्रमण पर निकले और सभी को जियो और जिने दो का सन्देश देते हुए नज़र आये। इस शोभा यात्रा में छोटे-छोटे बच्चे घोड़ों पर राजकुमार बन कर शोभायात्रा का नेतृत्व कर रहे थे तो वहीं महिलायें केसरिया साड़ियों में इन्द्राणी के रुप में शोभायात्रा में चार चान्द लगा रही थी। पूरे विश्व में शांति रहे इसके लिए पुरुष वर्ग सफ़ेद वस्त्रों में आचार्य श्री के अवतरण दिवस पर निकली शोभायात्रा को शोभायमान कर रहे थे।

यह शोभायात्रा धूलिया गंज जैन मन्दिर से जैसे ही निकली तो जिस रास्ते से शोभायात्रा गुजरी तो जगह जगह श्रद्धालुओं ने आचार्य श्री के छायाचित्र की आरती की। मधुर मधुर भजनों के साथ शोभायात्रा धूलिया गंज से मैना गेट, पथवारी, महालक्ष्मी चौराह, गुदड़ी होते हुये कलारी से पुनः धूलिया गंज जैन मन्दिर पर आकार समाप्त हुई। शोभायात्रा के पश्चात मन्दिर में जैन समाज के लोगों द्वारा श्री जी का जलाभिषेक व शांतिधारा की गई।

Incarnation day of Acharya Vidyasagar Maharaj celebrated with great pomp in Dhulia Ganj Jain Temple

मन्दिर में आचार्य श्री के शिष्य मुनि प्रणम्य सागर जी व मुनि श्री चन्द्र सागर जी महाराज के पावन सानिध्य में मुनि प्रणम्य सागर जी द्वारा रचित वर्धमान स्त्रोत विधान का आयोजन किया गया। पूरी भक्ती भाव के साथ विधान में बेठे लोगों ने आचार्य श्री स्वस्थ एवं लम्बी आयु की कामना करते हुए धर्म लाभ कमाया।

योगेश जैन और चमन जैन ने आचार्य श्री के छायाचित्र को लेकर पूरे नगर में भ्रमण किया। सौधर्म इन्द्र के रुप में दीपक जैन व दीप्ती जैन, धन कुबेर के रुप में यामेश जैन, मनीष जैन, राहुल जैन, सिद्धार्थ जैन, शिवम जैन, नीरज, मोहन, रिषु, अर्पित, अतिशय, आर्यमन, सपना, रेनु, ममता, बबली, वंदना, नताशा, स्वाति एवं समस्त जैन समाज के लोग मौजूद रहे।

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