आगरा. 16/05/2024. आज गुरुवार को मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में आगरा मण्डल के समस्त स्थानीय निकायों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। जिसमें नगरीय क्षेत्रों में बनाये जाने वाले प्रवेश द्वार, मॉडल रोड़, शौचालय, पिंक शौचालय, सफाई, वृक्षारोपण, विलोपित गार्बेज-डलाबघर, प्लांटर्स, साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट, गौशाला इत्यादि की समीक्षा की गयी। सर्वप्रथम चारों जनपदों में नगर निगम, नगर पालिका एवं नगर पंचायत द्वारा जनपदवार नगरीय क्षेत्र के प्रवेश मार्गों पर बनाये जाने वाले प्रवेश द्वार कार्ययोजना की समीक्षा की गयी। मथुरा में नगर निगम, कोसी-बरसाना नगर पालिका के अलावा अन्य निकाय द्वारा कार्ययोजना प्रस्तुत नहीं की गयी। कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गये। फिरोजाबाद में थीम के अनुसार प्रवेश द्वार रिडिजाइन करने को कहा। निर्देश दिए गये कि पीडब्लूडी द्वारा बनाये जाने वाले सभी प्रवेश द्वार के आंगणक का सत्यापन करा लिया जाए। रेड स्टोन व उच्च गुणवत्ता की निर्माण सामग्री के साथ प्रवेश द्वार पर फसाड़ लाईटिंग और स्कल्पचर लगाने का कार्य भी किया जाए। माॅडल रोड़ की समीक्षा की गयी। कार्ययोजना प्रस्तुत की गयी, वहीं कई निकायों द्वारा वर्तमान में माॅडल रोड़ का कार्य किया जा रहा है। मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि प्रवेश द्वार और माॅडल रोड़ से संबंधित जितनी भी कार्ययोजना तैयार की गयी है, आचार संहिता खत्म होने पर बोर्ड बैठक में स्वीकृत कराने के बाद तत्काल ही सभी की निविदांए जारी की जाएं।
सफाई की समीक्षा करते हुए चारों जनपदों के अपर जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि विगत बैठक में समस्त नगर निकायों में मुख्य मार्गों पर, मार्गों के किनारे, सेंट्रल वर्ज, फुटपाॅथ की समुचित सफाई के निर्देश दिए गये थे, उसकी जांच की जाए। उन्होंने कहा कि कहीं भी गंदगी, कूड़े के ढ़ेर नहीं दिखने चाहिए। सेंट्रल वर्ज पर किसी तरह का अवैध कब्जा नहीं होना चाहिए, लोग सोते हुए नहीं मिलने चाहिए। अगर लोग कब्जा कर वहां रह रहे हैं तो उन्हें शेल्टर होम में शिफ्ट किया जाए। वहीं वर्तमान वर्षाकाल में चारों जनपदों में वृक्षारोपण करने का लक्ष्य निर्धारित करने का निर्देश देते हुए कहा कि सेंट्रल वर्ज के रिक्त स्थल पर, छोटे-छोटे खाली जगहों पर व्यवस्थित रूप से वृक्षारोपण किया जाए। सभी निकायों द्वारा कम से कम एक-एक पार्क को ग्रीनरी से विकसित किया जाए। पंचायती क्षेत्रों में सफाई की उचित व्यवस्था हेतु विगत बैठक में मैनपाॅवर बढ़ाने के निर्देश दिए गये थे लेकिन इस दिशा में कोई काम नहीं किया गया। नाराज होते हुए मंडलायुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को अंतिम चेतावनी देते हुए अगली बैठक से पूर्व ही मैनपाॅवर बढ़ाने से संबंधित रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
थीम पेंटिंग की समीक्षा में अवगत कराया गया कि मथुरा नगर निगम में लगभग 14 मार्गों पर थीम पेंटिंग का कार्य कराया जा चुका है जबकि 3 मार्गों पर शेष है। फिरोजाबाद में 11 मार्गों पर कार्य पूर्ण हो चुका है, शेष कार्य प्रगति पर है। कार्य एक माह में पूर्ण करने के निर्देश दिए। आगरा ननि में 18 मार्गों पर कार्य पूर्ण हो चुका है। निर्देश दिए गये कि शहर के प्रमुख मार्गों के किनारे दीवार, फ्लाईओवर जहां थीम पेटिंग का कार्य नहीं हुआ है, उन स्थलों को चिन्हित कर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए।
विलोपित गार्बेज स्थल की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि जो गार्बेज स्थल विलोपित हो गये हैं, वहां दोबारा गंदगी नहीं होनी चाहिए। नये गार्बेज स्थलों को चिन्हित कर उन्हें भी विलोपित किए जाएं। बडे बिन्स की समीक्षा में अवगत कराया गया कि आगरा में सभी बड़े बिन्स हटा दिए गये हैं, मथुरा में 70 प्रतिशत और फिरोजाबाद में 95 प्रतिशत बड़े बिन्स हटा दिए गये हैं। निर्देश दिए गये कि शहर में कहीं भी बडे बिन्स नहीं दिखने चाहिए। छोटे बिन्स रखे जाएं। खराब बिन्स को रिप्लेस किए जाएं। आगरा में 89 डलावघर, मथुरा में 33 और फिरोजाबाद में सभी 42 डलावघर समाप्त किए जा चुके हैं। शेष डलावघरों को भी समाप्त करने के निर्देश दिए, साथ ही नगर पालिका व नगर पंचायत क्षेत्र में समाप्त किए गये डलावघर की जगह काॅम्पेक्टर लगाये जाने के निर्देश दिए। शौचालय की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों, मुख्य बाजारों में शौचालय जरूर होने चाहिए। पिंक शौचालय की संख्या बढ़ाई जाए। सभी सार्वजनिक, निजी, सामुदायिक और राष्ट्रीय राजमार्गों पर बने शौचालयों को गूगल पर भी लिस्टेड किया जाए। प्लांटर्स की समीक्षा में कहा कि माॅडल रोड़ के अलावा जो मुख्य मार्ग हैं, जरूरत के अनुसार वहां बड़े गमले रखने हेतु विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए। सभी शौचालय के बाहर भी बड़े गमले रखना सुनिश्चित किया जाए। विशेषकर मथुरा-वृदांवन में एक हजार बड़े गमले रखवाने हेतु प्रस्ताव बनाकर शासन में भेजने के निर्देश दिए।
लाइट की समीक्षा में निर्देश दिए कि जितनी भी लाइटें खराब हैं, सभी लाइटों को रिप्लेस किया जाए। डार्क स्पॉट चिन्हित किए जाएं। जिस भी मार्ग या पॉइंट पर हाईमास्ट या पोल लाइट्स लगाने की जरूरत है, उन सभी की सूची तैयार की जाए। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की समीक्षा के दौरान कहा कि सभी जगह पर शत प्रतिशत डोर टू डोर पूरा कलेक्शन होना चाहिए कूड़े का शत प्रतिशत सेग्रीगेशन किया जाए। सूखा और गीला कचरा को अलग-अलग करने एवं सही तरह से निस्तारण करने हेतु एजेंसी की जिम्मेदारी तय हो। सभी जगह पर वेस्ट टू कंपोस्ट प्लांट फंक्शनल होना चाहिए। अगर कोई क्षेत्र या छूटा हुआ है तो किसी एजेंसी से अनुबंध कर डोर टू-डोर कूड़ा कलेक्शन कराया जाए। लिगेसी वेस्ट को आगामी तीन से चार माह में पूरी तरह से समाप्त कर, लिगेसी वेस्ट की साइट को अच्छे से विकसित किया जाए।
आगामी बारिश के मौसम की दृष्टिगत चारों जनपदों में समस्त स्थानीय निकायों द्वारा नालों की प्रॉपर सफाई करने एवं जहां पर जलभराव होता है उसे चिन्हित कर स्थाई समाधान करने के निर्देश दिए। स्पष्ट कहा कि बारिश में कहीं भी जल भराव नहीं होना चाहिए। सभी गौशालाओं को एक बार जांच करने, कमियों को सुधारने तथा छुट्टा गोवंश न दिखें इस हेतु अभियान चलाने के निर्देश दिए गए। चारों जनपदों में कितने वेंडर्स हैं उन सभी को चिन्हित करने, वेंडिंग जोन में शिफ्ट करने तथा आवश्यकता अनुसार नए वेंडिंग जोन बनाने की निर्देश देते हुए कहा कि सभी वेंडिंग जोन पर प्रॉपर पूरी जानकारी के साथ बोर्ड लगा होना चाहिए। सभी वेंडर्स के पास डस्टबिन रखे होने चाहिए।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के दृष्टिगत मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि समस्त स्थानीय निकाय वर्ष 2019 से लेकर वर्तमान वर्ष तक सभी केटेगरी में प्राप्त की गई रैंक की सूची तैयार करें। नए सर्वेक्षण को ध्यान में रखते हुए रैंक का लक्ष्य निर्धारित करें और उसके अनुसार कार्य योजना बनाएं। पिछले वर्ष टॉप रैंक में शामिल निकायों द्वारा अपलोड किए गए अभिलेख/डेटा का परीक्षण करें। कहा कि समस्त स्थानीय निकायों के शौचालय, विलोपित गार्बेज स्थल, पानी, बिजली, प्लांटर्स, सफाई, वॉल पेंटिंग, मॉडल रोड, रिपेयर वर्क इत्यादि से जुड़े जितने भी काम है, उन सभी टीम को लगाकर सभी कार्यों को दुरुस्त किया जाए।