आगरा। ताजनगरी में स्मार्ट सिटी में बदलने के कार्य इस समय जोर शोर से चला रहा है। हालात ये हैं कि शहरभर में कई परियोजनाओं पर काम चल रहा है, जिसके चलते मुख्य मार्गों पर जाम लगा रहता है। आने वाले त्यौहार देवोत्थान से शादी का सीजन शुरु हो जाता है जिसके बाद शहरों में बारातें भी निकलती है। जिससे जाम की भयावाह स्थित के साथ ध्वनि प्रदूषण भी होता है। प्रदूषण नियंत्रित करने और जाम की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने एक आदेश जारी किया है। जिसके अनुसार बारातों में अधिक जगह घेरने वाली साउंड ट्रोली को प्रतिबन्धित कर दिया गया है। जिसका मतलब हुआ कि बारातियों को सिर्फ बैंड की धुन पर नाचना होगा।
आगरा में कई सरकारी परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। जिनमें मेट्रो ट्रेन, गंगाजल परियोजना, नेशनल हाइवे पर ओवर ब्रिज निर्माण कार्य के साथ कई अन्य काम चल रहे हैं। इसके चलते शहर में धूल उड़ने से प्रदूषण बढ़ गया है। वहीँ दीपोत्सव के बाद से शहर में वायु प्रदूषण की मात्रा भी बढ़़ गई है। इसको देखते हुए जिलाधिकारी आगरा द्वारा बारातों में प्रयोग होने वाली हर प्रकार की साउंड ट्रॉली को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार धारा 144 के अंर्तगत व शहर में यातायात व्यवस्था, बुजुर्गों व बच्चों को ध्यान में रखकर ये निर्देश जारी किये गए हैं। शहर में किसी भी प्रकार के वाहनों से धुआं न निकल पाये व कोई भी व्यक्ति ऐसा कार्य नहीं करेगा जिससे शहर में प्रदूषण व जाम की स्थिति पैदा हो।
एडीएम सिटी ने बताया कि शहर में प्रदुषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है व जाम की समस्या दिन प्रतिदिन जटिल हो रही है अतः इनी सब बातों को ध्यान में रखकर ये निर्णय लिया गया है। जिसके अंतर्गत यदि कोई बैण्ड व्यवसायी बारात में साउंड ट्रॉली का उपयोग करता हुआ दिखाई दिया तो थाना इंचार्ज व प्रभारी को हिदायत दी गयी है कि विधिक कार्यवाही के अंतर्गत ट्रॉली को तुरन्त जब्त कर लिया व जुर्माना वसूला जाए।