मथुरा। वृंदावन में ठाकुर जी के पूजन के बाद कृष्णा कुटीर में पहुंचे राष्ट्रपति हुए भावुक। कहा, इन माताओं का जीवन तपस्या से भरा है।
बांके बिहारी मंदिर में देहरी पूजन किया
महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को मथुरा के दौरे के बाद दिल्ली के लिए निकल गए। राष्ट्रपति मथुरा में अपनी पत्नी सविता कोविंद के साथ बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे। जहां पर उन्होंने देहरी पूजन किया और दीपक भी जलाए। मंदिर में आचार्य अवधेश बादल ने राष्ट्रपति को विधि विधान से पूजन कराया। इसके बाद उन्होंने पंडितों को दक्षिणा भी दी।
एक घंटे तक रुके कृष्णा कुटीर
बांके बिहारी मंदिर में पूजन के बाद राष्ट्रपति अपनी पत्नी के साथ कृष्णा कुटीर में माताओं से मिलने पहुंचे, जहां पर उन्होंने कहा कि माताएं माध्यम बनी है जिनकी वजह से मैं यहां आया हूं। आश्रम में 4 माताओं ने तिलक लगाकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत किया। वह करीब 1 घंटे तक यहां रुके और 200 माताओं से उन्होंने मुलाकात की। कृष्णा कुटीर में माताओं द्वारा बनाए जा रहे हैं विभिन्न उत्पादों को भी राष्ट्रपति ने देखा।
राष्ट्रपति हुए भावुक
आश्रय सदन में उन्होंने माताओं से संवाद किया। उनके दर्द को जाना। इस दौरान माताओं के साथ राष्ट्रपति भी भावुक हो गए। माताओं के आंसू छलक उठे। उन्होंने कहा, इन माताओं का जीवन तपस्या से भरा है। इन्हें समाज द्वारा जो तिरस्कार मिला है, उसे बदलने की जरूरत है। माताएं अपनी तपस्या के बल पर समाज को नई दिशा दे रही हैं।
सुरक्षा रही कड़ी
सुबह करीब 9:45 पर राष्ट्रपति वृंदावन पहुंचे थे। जहां पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया था। हेलीपैड से करीब 20 कारों के काफिले के साथ महामहिम बांके बिहारी मंदिर के लिए रवाना हुए। राष्ट्रपति के वृंदावन दौरे को लेकर सुरक्षा के लिहाज से आसपास के सभी बाजार बंद करा दिए गए थे और उनकी सुरक्षा में 7 एसपी व 12 एएसपी को तैनात किया गया था।

राष्ट्रपति के दौरे को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। सुरक्षा में 7 एसपी,12 एएसपी, 20 सीओ, 40 इंस्पेक्टर, 120 महिला पुलिस एएसआई, 600 सिपाहियों के अलावा पीएसी की पांच कंपनियां तैनात रही। वहीं खुफिया विभाग एलआईयू, आईबी, मिलट्री इंटेलिजेंस के लोग भी हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए थे।