फिरोजाबाद। डॉ.भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के पेपर लीक मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी नोडल अधिकारी व ठाकुर बीरीसिंह महाविद्यालय के प्राचार्य और कंप्यूटर ऑपरेटर को गिरफ्तार किया है। नोएडा में ईलाज कराने के बाद घर पहुंचते ही प्राचार्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। यहां से उन्हें जेल भेज दिया।
आपको बताते चले कि पिछले दिनों आगरा विश्वविद्यालय का जूलॉजी का पेपर लीक हुआ था जिसको लेकर विवि के कुलपति ने टीम गठित कर टूंडला में बनाए नोडल सेंटर ठाकुर बीरी सिंह कॉलेज पर छापा मारा था। यहाँ पर टीम को कॉलेज में पेपरों के सेट कम मिले थे जो कॉलेज के प्राचार्य डॉ. बहादुर सिंह के आवास से बरामद हुए थे और परीक्षा की एक ओआरएम सीट भी बरामद हुई थी। टीम ने सभी दस्तावेज जब्त करते हुए प्राचार्य बहादुर सिंह, लिपिक वीरेंद्रपाल सिंह और कंप्यूटर ऑपरेटर मोहम्मद इमरान रजा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस ने आरोपी प्राचार्य से पूछताछ की तो इस दौरान स्वास्थ्य बिगड़ने पर वो नोएडा के एक अस्पताल में भर्ती हो गए थे। सोमवार शाम विवि की टीम ने समस्त दस्तावेजों को पुलिस के हवाले कर दिया था। मामला हाई प्रोफाइल होने की वजह से पुलिस पर कड़ी कार्यवाई करने का चौतरफा दवाब था। ठोस साक्ष्य व दस्तावेज मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई थी। पुलिस ने इलाज करा रहे अस्पताल को चिह्नित कर प्राचार्य की निगरानी शुरू कर दी थी। बुधवार को प्राचार्य अस्पताल से छुट्टी कराकर घर लौटे तभी थाना प्रभारी ज्ञानेंद्र कुमार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उनके घर से ही कंप्यूटर ऑपरेटर मोहम्मद इमरान रजा को भी गिरफ्तार कर लिया। न्यायालय में पेश कर दोनों जेल भेज दिया।
एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह ने बताया जाता है कि इन सभी आरोपियों पर अनुचित लाभ के तहत पेपर लीक करने का गंभीर आरोप है जिसके साक्ष्य विश्वविद्यालय की टीम ने पुलिस को उपलब्ध कराए थे। इस मामले की एफआईआर दर्ज होने के बाद विवि पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी नोडल ऑफिसर व प्राचार्य डॉ. बहादुर सिंह और कंप्यूटर ऑपरेटर मोहम्मद इमरान रजा को गिरफ्तार किया गया है। तीसरा आरोपी फरार है, जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा।