आगरा। जिला अस्पताल में प्रिकॉशन डोज लगवाने को सुबह से ही लाइन में लग गए लोग। उत्साहित नजर आए लोग। सीएमओ ने लिया जायजा।
मोदी सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर ऐहतियाती तौर पर तीसरी यानी प्रिकॉशन डोज लगाए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं। 15 जुलाई से इस डोज को लगाए जाने की शुरुआत हो गई। आगरा के जिला अस्पताल में प्रिकॉशन डोज लगवाने वाले लोगों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली। सुबह से ही लोग उसी को उसके लिए पहुंचने लगे।
पहली प्रिकॉशन डोज बालकृष्ण को लगाई गई
शुक्रवार को 18 से 59 साल के आयु वर्ग के लोग सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचे। जिला अस्पताल में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। जिला अस्पताल में सबसे पहले प्रिकॉशन डोज बालकृष्ण को लगी तो दूसरी रजनी और तीसरी संकल्प पांडे को लगाई गई। प्रिकॉशन डोज लगवाने के बाद बालकृष्ण और रजनी काफी उत्साहित नजर आए। उनका कहना था कि कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। इसीलिए सरकार ने आम जनता के बारे में सोचा है। इसीलिए प्रिकॉशन डोज लगाए जाने की शुरूआत की गई है।
अमृत महोत्सव के अंतर्गत शुरू किया गया है अभियान
जिला अस्पताल पहुंचे सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत इस अभियान को शुरू किया गया है। अभी तक 18 से 59 साल की 77 करोड़ पात्र आबादी में से एक प्रतिशत से भी कम को ऐहतियाती खुराक दी गयी है। हालांकि 60 साल से अधिक उम्र के लगभग 16 करोड़ लोगों और स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों में से करीब 26 प्रतिशत लोग बूस्टर खुराक ले चुके हैं। वहीं प्राइवेट हॉस्पिटल में भी बूस्टर डोज का कार्य ठीक से नहीं हो पा रहा था। ऐसे में सरकार ने प्रिकॉशन डोज सरकारी केंद्रों पर निशुल्क लगवाए जाने की शुरुआत की है।