Agra. आगरा के हुब्बलाल इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल और रिटायर्ड क्लर्क को पुलिस ने अरेस्ट कर भेजा जेल भेज दिया है। यह घटना हुब्बलाल कॉलेज में भी चर्चा का विषय बनी हुई है। दोनों पर आरोप था कि मृतक आश्रित कोटे में किसी ओर को फर्जी तरीके से नियुक्ति दी गयी। जिसकी शिकायत थाना रकाबगंज में की गई थी।
बालूगंज स्थित हुब्बलाल इंटर कॉलेज के सहायक लिपिक गोकुलपुरा निवासी अतुल प्रकाश भारद्वाज की 12 मार्च 2019 को मृत्यु हो गई थी। उनकी मौत के बाद मृतक आश्रित कोटे से विद्यालय के प्रधानाचार्य नवीन कांत शर्मा और विभागीय कर्मचारियों ने अभिषेक भारद्वाज नाम के युवक को मृतक कोटे से शिक्षक के पद पर नियुक्त कर दिया। सरैंधी स्थित नवाब सिंह कॉलेज में नियुक्ति भी दिला दी। इस मामले की जानकारी होने पर मृतक कर्मचारी की मां कमलेश शर्मा ने पुलिस से शिकायत की। उन्होंने आरोप लगाए कि उनके बेटे का कोई दत्तक पुत्र नहीं था। मृतक आश्रित कोर्ट से नियुक्ति के लिए लगाए गए वारिसान प्रमाण पत्रों पर भी उन्होंने सवाल उठाए।
उनके द्वारा कॉलेज प्रशासन व शिक्षा विभाग में शिकायत करने पर भी फर्जी दस्तावेज से दी गई नियुक्ति रद नहीं की गई। इस पर पीड़ित ने थाना रकाबगंज पुलिस से शिकायत की। जांच में दस्तावेज फर्जी निकलने पर थाना रकाबगंज में मुकदमा दर्ज कर लिया गया और आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
एसीपी सदर पीयूष कांत राय का कहना है कि इस मामले में जांच में प्रधानाचार्य नवीन कांत शर्मा और रिटायर क्लर्क ब्रजेंद्र त्यागी ने दस्तावेज पूर्ण कराने में भूमिका निभाई थी। विवेचना में फर्जीवाड़ा सामने आने पर आरोपियों को अरेस्ट कर कोर्ट में पेश किया गया। न्यायलय ने दोनों को जेल भेज दिया है। इस मामले में शिक्षक के पद पर नियुक्त पाने वाले अभिषेक उपाध्याय और तत्कालीन सह जिला विद्यालय निरीक्षक सुभाष गौतम को भी आरोपी बनाया गया है उन्हेंभी नोटिस जारी किए गए हैं।