आगरा। आज बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सेना के 11 अन्य जवानों की मौत हो गई। इस MI-17 हेलीकॉप्टर के पायलट भारतीय वायुसेना (IAF) के विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान थे जोकि न्यू आगरा क्षेत्र के ही निवासी थे। हालांकि भारतीय वायुसेना की तरफ से अभी तक उनके परिवारी जनों को अधिकारिक सूचना नहीं मिली है। लेकिन पृथ्वी की पत्नी ने इस दु:खद सूचना की पुष्टि की है।
बताते चलें विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान (Prithvi Singh Chauhan) इंडियन एयर फोर्स की 109 हेलीकॉप्टर यूनिट के कमांडिंग अधिकारी थे 22 जून 2002 को वायु सेना में शामिल हुए थे और 2015 में उन्हें विंग कमांडर बनाया गया था पृथ्वी सिंह चौहान एक अनुभवी पायलट थे और उन्हें इस हेलीकॉप्टर को उड़ाने का अच्छा खासा अनुभव था। बताया जाता है कि पृथ्वी सिंह सबसे अच्छे पायलटों में से एक थे।
पृथ्वी सिंह चौहान के निधन की जानकारी पर न्यू आगरा क्षेत्र के सरन नगर में उनके घर पर भीड़ एकत्रित हो गई। उनके पिता सुरेंद्र सिंह (42 वर्ष) ने बताया कि पृथ्वी उनके इकलौते बेटे थे। पिता ने जानकारी दी कि अभी तक उनके पास सेना की तरफ से कोई भी जानकारी नहीं आई है लेकिन मुंबई से उनकी बड़ी बेटी शकुंतला ने बहु कामिनी को फोन किया था। पृथ्वी सिंह का विवाह वर्ष 2007 में हुआ था। उनके दो बच्चे हैं जिनमें एक बेटी आराध्या 12 वर्ष और बेटा अविराज 9 वर्ष का है।
वहीं इस हादसे में जिंदा बचा एकमात्र शख्स ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह हैं। वह बुरी तरह झुलसे हुए हैं और उनका DSSC में डायरेक्टिंग स्टाफ वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। सभी चिकित्सक उनकी हालत पर नजर बनाए हुए हैं। वायुसेना के अधिकारियों ने कहा कि इस हादसे में ग्रुप कैप्टन सिंह का बचना किसी चमत्कार से कम नहीं है। उनके बचाने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
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