Agra. हैकर्स के निशाने पर इस समय यूपी रोडवेज आ गया है। हैकर्स ने यूपी रोडवेज की ऑनलाइन टिकट सिस्टम को हैक करके पूरी तरह से सेंध लगा दी है। हैकर्स द्वारा किए गए साइबर अटैक के चलते रोडवेज की आनलाइन व्यवस्था ठप हो गई है। ई टिकटिंग मशीन भी काम नहीं कर रही है। जिसका जीता जागता असर आगरा ईदगाह बस स्टैंड पर देखने को मिल रहा है। रोडवेज द्वारा अपने संचालन को जारी रखने के लिए अब यात्रियों की मैनुअल टिकट बनाई जा रही है। मैन्युअल काम करने के चलते कंडक्टर ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं। इसके चलते बस संचालन प्रभावित हो रहा है।
ऑनलाइन सिस्टम पूरी तरह से ठप
रोडवेज की सारी ऑनलाइन सेवाएं ठप होने से रोडवेज कर्मचारियों के साथ यात्रियों को भी परेशानी हो रही है। ईटीएम मशीन से जो ऑनलाइनट टिकट बनते हैं वो भी बनना बंद हो गए। एसी व जनरथ बसों के लिए पहले घर बैठकर टिकट बुक हो जाती थी। मगर, अब ऑनलाइन टिकट नहीं मिलने की वजह से बस अड्डों पर लंबी लाइनें लगी रही। यात्रियों का कहना है कि टिकट लेने के पहले डिपो आना पड़ रहा है।
ईदगाह बस स्टैंड प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि अब सारे काम मैनुअल रूप से हो रहे हैं। हर तरह की टिकट को अब मैनुअल बनाया जा रहा है। ऐसी और जनरथ की टिकट भी मैनुअल बनाई जा रही है।
रोडवेज की आय पर पड़ रहा असर
ई-टिकटिंग मशीन के काम न करने से कंडक्टर भी परेशान हैं। पहले एक बटन दबाते ही टिकट जनरेट हो जाती थी, लेकिन अब उन्हें टिकट बनानी पड़ रही है। यात्रियों की एंट्री करनी पड़ रही है। इस कारण हिसाब में गलती हो रही है। गलती और परेशानी से बचने के लिए बड़ी संख्या में कंडक्टर छुट्टी कर रहे हैं। ऐसे में विभाग को नुकसान हो रहा है। कंडक्टर की कमी के चलते सुबह के समय बसें नहीं निकल पा रही हैं।
हैकर्स ने मांगे हैं 40 करोड़
ईदगाह बस स्टैंड के स्टेशन प्रभारी का कहना है कि हैकर्स की ओर से ऑनलाइन टिकट सिस्टम को हैक करने के बाद हैकर्स ने ₹40 करोड़ की फिरौती मांगी है और 2 दिन में फिरौती ना मिलने पर यह रकम 80 करोड हो जाएगी। फिलहाल जीएम ने इस मामले में लखनऊ साइबर सेल में शिकायत दर्ज करा दी है। हैकर्स की कमर तोड़ने में लगभग 8 से 10 दिन लगेंगे जब तक संचालन यूं ही जारी रहेगा।