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सिर पर मंगल कलश और मुख पर महामाई के जयकारों संग निकली भव्य कलश यात्रा

by admin

• 1500 महिलाओं ने लिया कलश यात्रा में उत्साह व उमंग के साथ भाग
• 10 फरवरी को 9 बजे से प्रारम्भ होगा महामाई कामाख्या देवी का ग्यारह दिवसीय अनुष्ठान सहस्त्र चंडी 108 कुण्डीय महायज्ञ
• दोपहर में श्रीराम कथा व संध्या काल में होगा श्रीराम लीला का मंचन,
• 18 फरवरी को होगा संतो का विराट सम्मेलन व कन्याओं का सामूहिक विवाह समारोह

आगरा। मेहंदी रचे हाथों में मंगल कलश उठाए हर श्रद्धालु के मुख से महामाई के जयकारे गूंज रहे थे। मां कामाख्या देवी के श्रृद्धा के इस सैलाब में लगभग डेढ़ हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। ढोल नगाड़ों पर झूमते गाते भक्तजनों की राह में जगह-जगह पुष्प बिखरे थे। कुछ ऐसा ही नजारा था गुप्त नवरात्रों में आगरा में महामाई कामाख्या देवी के ग्यारह दिवसीय अनुष्ठान सहस्त्र चंडी 108 कुण्डीय महायज्ञ के तहत कलश यात्रा का।

कलश यात्रा का शुभारम्भ शास्त्रीपुरम स्थित जोनल पार्क से हुआ, तिकोनिया पार्क चर्चित चौराहा होते हुए कलश यात्रा ने महायज्ञ स्थल जेसीबी चौराहा सुनारी पर विश्राम लिया। प्रथम चांदी का कलश वंदना मेड़तवाल ने उठाया। सर्वप्रथम विघ्न विनाशक गणपति की सवारी के साथ में बग्गी में विराजमान थे आसाम से आए संत श्री कीर्तिनाथ महाराज के गुरु गोपालदास जी महाराज। कलश यात्रा के कथा स्थल पर पहुंचने पर संत श्री कीर्तिनाथ महाराज ने सभी कलशों को विधि विधान के साथ स्थापित कराया।

10 फरवरी को प्रातः गौ पूजन के साथ ग्यारह दिवसीय सहस्त्र चंडी 108 कुण्डीय महायज्ञ आयोजन का शुभारम्भ होगा, जो 20 फरवरी तक चलेगा। , जिसमें देश भर के संतो का विराट सम्मेलन, सामूहिक विवाह समारोह, यज्ञोपवीत (जनेऊ संस्कार) जैसे विभिन्न मांगलिक आयोजन होंगे। आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रतिदिन प्रातः 7 बजे से गौ पूजन व अभिषेक के साथ महायज्ञ का शुभारम्भ होगा। महायज्ञ के लिए एक प्रधान कुण्ड व 107 सह कुण्ड का निर्माण किया गया है। प्रतिदिन श्रीराम कथा का आयोजन दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक व श्रीराम लीला का मंचन सायं 7 बजे से रात्रि 11.30 बजे तक किया जाएगा। श्रीराम कथा का वाचन विष्णु दत्त शर्मा द्वारा किया जाएगा। समिति के पदाधिकारियों ने शहरवासियों को अधिक से अधिक संख्या में महायज्ञ का शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।

इस अवसर पर मुख्य रूप से बबिता चौहान, प्रवीना राजावत, मुरारीप्रसाद अग्रवाल, अजय गोयल, हरिप्रसाद राजपूत, पवन भदौरिया, सुनील पाराशर, मुन्ना मिश्रा, मीना अग्रवाल, सीमा गोयल, बबिता पाठक, रेखा खंडेलवाल, रंजना राजपूत, जानकी पाराशर, अंशिका गुप्ता, ममता सिंघल, निशा सिंघल, रेखा ठाकुर आदि उपस्थित थीं। इस अवसर पर मुख्य संयोजक राहुल अग्रवाल भी मौजूद थे।

ये होंगे मुख्य कार्यक्रम
10 फरवरीः 108 कुण्डीय महायज्ञ शुभारम्भ।
18 फरवरीः संतो का विराट सम्मेलन व कन्याओं का सामूहिक विवाह समारोह, यज्ञापवीत (जनेऊ संस्कार) प्रातः 10 बजे।
20 फरवरीः महायज्ञ पूर्णाहूति।
21 फरवरीः देवी देवताओं की मूर्तियों का विसर्जन दोपहर 12 बजे।
22 फरवरीः पूज्य संत स्वामी कीर्तिनाथ महाराज द्वारा दोपहर 12 बजे से सम्मान समारोह।

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