Mathura. कोरोना संक्रमण काल के दौरान अपने संसदीय क्षेत्र से हेमा मालिनी का दूर रहना लोगों को रास नहीं आ रहा है। इसलिए लोगों ने सांसद हेमा मालिनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। लोगों ने को वृंदावन परिक्रमा मार्ग स्थित जुगल घाट पर सांसद हेमामालिनी के खिलाफ प्रदर्शन किया और उनके लापता होने के पोस्टर चस्पा कर दिये। इस प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल हुई जो सांसद हेमामालिनी के लापता होने के पोस्टर पकड़े हुई थी।
मंगलवार को करीब आधा दर्जन लोगों ने सांसद हेमामालिनी के पोस्टरों के साथ प्रदर्शन किया। परिक्रमा मार्ग स्थित जुगलघाट पर लोग एकत्रित हुए और प्रदर्शन करते हुए सांसद हेमामालिनी के लापता होने पोस्टरों को जुगल घाट और परिक्रमा मार्ग पर के पेड़ और दीवारों पर चस्पा कर दिए। इस दौरान प्रदर्शनकारी ताराचंद गोस्वामी ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान सांसद अपने संसदीय क्षेत्र में नजर नहीं आईं हैं। उनका वृंदावन में निवास होने के बाद भी वे संसदीय क्षेत्र को छोड़कर मुंबई चली गई हैं। इससे उनके द्वारा इस महामारी के दौरान होने वाली मदद जनता को नहीं मिल पा रही है। इस दौरान प्रदर्शनकारियों में लोकेश शर्मा, राजेश्वरी, उमा देवी, बीना सिंह, जोशना, आशीष घोष, स्वामी परमानंद, स्वामी रामानंद आदि मौजूद रहे।
दूसरी ओर सांसद हेमामालिनी के प्रतिनिधि जनार्दन शर्मा ने बताया कि यह एक ओछी राजनीति है। 28 मार्च को ही सांसद यहां से गई हैं। वह मुंबई से ही मथुरा वासियों के लिए कोरोना में मदद कर रही हैं। केंद्रीय मंत्री के साथ-साथ कई दौर की मुख्यमंत्री से भी बात कर चुकी हैं और वीडियो जारी करके उन्होंने मथुरावासियों को कोरोना के प्रति जागरूक बना रही है। सांसद प्रतिनिधि ने बताया कि अपने खुद के 14 लाख रुपये से ऑक्सीजन उपकरण अस्पतालों में उपलब्ध कराए हैं। इससे पहले 2014 में भी इस तरह के पोस्टर लगाकर औछी हरकत की गई थी। आपसे अनुरोध है कि आप उन्हें काम करने दें। ऐसे मेडिकल डिग्री धारक स्नातक लगभग हर जिले में बड़ी संख्या में उपलब्ध हैं।