आगरा। कभी बसपा की सवारी कर चुके पूर्व एमएलसी सुनील कुमार चित्तौड़ पिछले लगभग एक वर्ष से आजाद समाज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सदस्य के रूप में काम कर रहे हैं। बुधवार को राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा चित्तौड़ को उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष भी मनोनीत किया गया है। चित्तौड़ के प्रदेश अध्यक्ष बनते ही आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा एक के बाद एक इस्तीफे देने का दौर शुरू हो गया है।
दलितों की राजधानी आगरा में दलित नेताओं के बीच अजीब सी रार छिड़ गई है। कभी बसपा के साथ ही रहे पूर्व एमएलसी सुनील कुमार चित्तौड़ को आजाद समाज पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष पद पर नियुक्त होने के बाद से ही विरोध के स्वर उठने लगे हैं। यह विरोध के स्वर कोई और नहीं बल्कि आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता ही कर रहे हैं। चित्तौड़ के प्रदेश अध्यक्ष बनते ही लगभग आधा दर्जन कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय नेतृत्व को अपना इस्तीफा भेजा है, हालांकि अभी तक किसी भी कार्यकर्ता के इस्तीफे पर कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है।
बता दें कि आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं को सुनील कुमार चित्तौड़ की हेकड़ी पसंद नहीं है। अपनी इसी हेकड़ी और हठधर्मिता के चलते बसपा कार्यकर्ताओं में भी रोष पनपा था। दबी जुबान से बोल रहे कार्यकर्ता कभी भी खुलकर सामने आ सकते हैं, उनका कहना है कि चित्तौड़ बसपा की रीति-नीति को आजाद समाज पार्टी में लागू करना चाहते हैं।