आगरा। अग्निपथ योजना के विरोध में भांडई रेलवे स्टेशन के बाहर रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाने वाले पांच आरोपी दबोचे।
पिछले दिनों अग्निपथ योजना के विरोध में छात्रों ने भांडई रेलवे स्टेशन के बाहर रेलवे ट्रैक पर जमकर प्रदर्शन किया था। रेल संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया था। इन प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आरपीएफ भी लगातार जुटी हुई थी लेकिन रेलवे संपत्ति के नुकसान होने के चलते आरपीएफ को भी इन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करना पड़ा था।
गंभीर धाराओं में दर्ज हुए मुकदमे के चलते आरपीएफ आगरा कैंट ने भी इन प्रदर्शनकारियों को पकड़ने का दबाव था। शुक्रवार को इस मामले में आरपीएफ आगरा कैंट को सफलता हाथ लगी। मुखबिर खास की सूचना पर आरपीएफ आगरा कैंट ने रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले 5 लोगों को गिरफ्तार किया। आगरा कैंट आरपीएफ ने पांचों का मेडिकल कराया और फिर जेल भेज दिया।
प्रदर्शनकारियों ने निकाल दी थी क्लैंप
आरपीएफ कैंट इंस्पेक्टर सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि उस दिन काफी संख्या में छात्र प्रदर्शन के लिए पहुंचे थे। इन सभी लोगों को एक मैसेज के माध्यम से एकत्रित किया गया था। जब आरपीएफ के जवान वहां पहुंचे तो यह लोग रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाने का प्रयास कर रहे थे। उन्हें खदेड़ा गया। उन्होंने काफी संख्या में क्लैंप भी निकाल दी थी।
रेल संपत्ति को नुकसान:-
आरपीएफ इंस्पेक्टर का कहना है कि प्रदर्शन के दौरान रेलवे की संपत्ति को भी नुकसान हुआ था और प्रदर्शनकारियों ने कुछ ऐसी भी हरकत की थी कि अगर रेल का संचालन होता रहता तो कोई हादसा भी हो सकता था तो उन्होंने रेलवे ट्रैक में लगी कलम्प निकाल दी थी जिससे ट्रैक उखड़ जाता है।
काफी समय से पुलिस लगी हुई थी
इस पूरे मामले को लेकर आरसीएफ कैंट इंस्पेक्टर का कहना है कि इस मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद दोषी छात्रों की धरपकड़ के प्रयास किए जा रहे थे। शुक्रवार को सोर्सेस के आधार पर मिली जानकारी के अनुसार छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया गया और 5 छात्रों को गिरफ्तार किया गया जो अग्निपथ योजना के विरोध प्रदर्शन में शामिल थे। सीसीटीवी फुटेज व वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से इनकी पहचान की गई।
इनको किया गया गिरफ्तार
आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि बाद गांव का इमरान, गांव मुबारिकपुर का अर्जुन सिंह चाहर व कृष्णा चाहर, ग्राम नगला भांडई का अनिल चाहर, ग्राम विटौरा का देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया गया है। इस पूरे मामले में 50 से 60 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था जिनमें से 5 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।