पिनाहट। पिनाहट थाना क्षेत्र के क्यौरी घाट पर आजकल मौत का खेल देखने को मिल रहा है। वनविभाग, क्षेत्रीय पुलिस की अवैध वसूली और जल्दी के चक्कर में अवैध तूरी ले जाने में लगे ट्रैक्टर चालक परिचालक जान जोखिम में डालकर चम्बल नदी में से ट्रेक्टर पार करने में लगे हुए है। सोमवार सुबह चम्बल नदी पार करते समय तूरी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली नदी में पलट गयी। चालक और परिचालक बाल बाल बच गये और ट्रैक्टर ट्रॉली पर सवार मजदूरों को चम्बल नदी में कूदकर अपनी जान बचानी पड़ी। ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने के बाद पुलिस व वन विभाग के नाम पर अवैध वसूली करने वाले गुर्गे मौके से फरार हो गए। ग्रामीणों की मानें तो यह मौत का खेल पुलिस व वन विभाग के संरक्षण में चल रहा है।
ग्रामीणों के अनुसार पिनाहट थाना क्षेत्र के क्यौरी घाट पर चम्बल नदी में पानी कम होने के कारण रोजाना सैंकड़ों की संख्या में तूरी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली चम्बल नदी पार कर रही है। सोमवार को तूरी से ओवर लोड एक ट्रैक्टर ट्रॉली नदी के गहरे पानी में चली गयी। जिससे ट्रैक्टर ट्रॉली का बैलेंस बिगड़ा और ट्राली चम्बल नदी में पलट गयी ।
प्रत्यक्षदर्शियो की मानें तो चम्बल नदी पर तूरी से ओवर लोड ट्रैक्टर ट्रॉलियों की लम्बी लाइन लगी हुई थी। जिस जगह पर नदी में पानी कम था वहाँ ओवर लोड के चलते ट्रैक्टर ट्रॉली फंस गयी और ट्रैक्टर ट्रॉली को जल्दी निकालने के चक्कर में ट्रैक्टर चालक ने दूसरे रास्ते से ट्रैक्टर चम्बल नदी में कुदा दिया और जल्दी निकालने के चक्कर में हादसा हो गया।
ग्रामीणों का कहना है कि सम्बंधित विभाग और पुलिस कुछ पैसो के लालच में चम्बल नदी में से आवागमन करा रही है जो गलत है। ग्रामीणों का कहना है कि सात साल पूर्व मध्य प्रदेश के चम्बल नदी के किनारे के गांव खुर्द रायपुर से बारात चढ़ाने के बाद दो ट्रैक्टर ट्रॉली नदी पार कर रहे थे। तभी बैंड बाजों व सिर पर लाइट रखने वाले कर्मचारियों व सामान सहित दो ट्रैक्टर चम्बल नदी में समय रात्रि के अंधेरे में नदी में डूब गये थे जिसमें पिनाहट कस्बे के चार मासूम बच्चों की मौत हुई थी। इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी वन विभाग और पुलिस प्रशासन पिनाहट के क्यौरी घाट पर जान जोखिम में डाल चम्बल नदी पार कर रहे ट्रैक्टर चालकों के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं कर रहा है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियाँ उड़ाते हुए प्रतिबंधित चम्बल सेंचुरी क्षेत्र के क्यौरी घाट पर चम्बल नदी से ओवर लोड तूरी से भरे भारी वाहनों के गुजरने से जलीय जीवजंतु मगरमच्छ , घड़ियाल व कछुओं की जान को खतरा बढ़ गया है।
वहीं इस मामले में बाह वन विभाग के रेंजर अमित सिसौदिया और सीओ पिनाहट मोहसिन खान का कहना है कि क्यौरी घाट पर तूरी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली चम्बल नदी से होकर निकलने की कोई सूचना नहीं है। यदि मामला सही पाया जाता है तो कार्यवाही की जायेगी।