आगरा। रोडवेज परिवहन निगम के निजी करण नीति के विरोध में रोडवेज कर्मचारियों ने ईदगाह परिसर में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और कर्मचारियों ने अपनी मांगों का निस्तारण कराने की मांग की। यूपी रोडवेज एंप्लाइज यूनियन के बैनर तले तमाम रोडवेज कर्मचारी डिपो परिसर में एकत्रित हुए यहां उन्होंने यूनियन के क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहम्मद अली दुलारे के नेतृत्व में परिवहन निगम के निजीकरण के विरोध में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
यूनियन के क्षेत्रीय मंत्री सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि इस व्यवस्था से परिवहन निगम का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा और परिवहन निगम के 50000 कर्मचारियों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा होगा। कर्मचारियों ने वेतन कटौती, ड्यूटी न मिलने, स्थानीय स्तर पर शोषण उत्पीड़न होने, लॉकडाउन अवधि का बिना अवकाश वेतन न दिए जाने, कोविड-19 के दृष्टिगत ड्यूटी करने वाले कार्मिकों को ₹300 प्रतिदिन के हिसाब से भत्ता न देने, संविदा कर्मचारियों को उत्पीड़न करने आदि को लेकर रोष जताया।
उपस्थित सभी कर्मचारियों ने एक स्वर में उपरोक्त समस्याओं का निराकरण करने की मांग की और एक स्वर में रोडवेज निजीकरण का खुलकर विरोध किया। यूनियन नेताओं ने साफ किया कि अगर सरकार ने रोडवेज के निजीकरण की प्रक्रिया को नहीं रोका तो रोडवेज बसों के पहिये थाम दिये जाएंगे।
प्रदर्शन करने वालों में मोहम्मद अली दुलारी, ओ पी वर्मा, प्रमोद श्रीवास्तव, केशव प्रसाद, नितिन कुमार शर्मा, चांद मोहम्मद, नेपाल सिंह, दीपक दीक्षित, रवि शर्मा, मुकेश शर्मा राजेंद्र यादव आदि उपस्थित रहे।