आगरा। परिवहन निगम के निजीकरण के विरोध में और रोडवेज कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर यूपी रोडवेज इंप्लाइज यूनियन की फोर्ट शाखा की ओर से आईएसबीटी पर प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन के माध्यम से रोडवेज कर्मचारियों ने निगम के निजीकरण के लिए सरकार की चल रही कवायदों और कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं के समाधान न होने पर रोष व्यक्त किया। यूपी रोडवेज इम्प्लॉइज यूनियन ने सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक फोर्ट डिपो को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सौंपा और समस्याओं के निस्तारण व निगम के निजीकरण को रोके जाने की मांग की।
यूपी रोडवेज इम्प्लॉइज यूनियन फोर्ट शाखा के संयोजक प्रमोद श्रीवास्तव का कहना है कि चालक, परिचालक और अन्य कर्मचारियों ने कोरोना संक्रमण के समय हुए लॉकडाउन में जिम्मेदारी के साथ ड्यूटी निभाई है और आज भी उसी दिशा में काम कर रहे हैं लेकिन फिर भी कर्मचारियों का शोषण किया का रहा है। आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को मानदेय नहीं मिल रहा बल्कि उन्हें निकाला जा रहा है। संविदा कर्मचारियों के मानदेय में कटौती की जा रही है। समय से वेतन नहीं मिल रहा है जिससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। संचालन में 40% की कटौती और राष्ट्रीय राजमार्गों पर 25% परमिट दिया जा रहा है जिससे साफ है कि सरकार सोची समझी साजिश के तहत निगम को निजीकरण की ओर ले जा रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यूपी रोडवेज इम्प्लॉइज यूनियन फोर्ट शाखा के मंत्री ने साफ कहा है कि अगर सरकार ने निगम का निजीकरण किया तो इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे। यूनियन के पदाधिकारियों ने ज्ञापन के माध्यम से मुख्यमंत्री से मांग कि जल्द से जल्द मांग पत्र में लिखित कर्मचारियों की समस्याओं का निस्तारण किया जाए और निजीकरण की प्रक्रिया को रोका जाए, अगर ऐसा नहीं हुआ तो कर्मचारी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।