- जय झूलेलाल मेले में दूसरे दिन उमड़ा सिंधी समाज का सैलाब
- सांस्कृतिक कार्यक्रमों में रॉकस्टार शुभम नाथानी, एंकर मोहित शेवानी के गीतों ने बांधा समां
- प्रभु श्री राम का दरबार और गोवर्धन झांकी ने भक्तों को रिझाया
आगरा। सिंधी जायकों की महक और परंपरा के रंग के लिए कोठी मीना बाजार में जय झूलेलाल मेला आयोजन समिति की ओर से आयोजित दो दिवसीय चतुर्थ विशाल सिंधी मेले के दूसरे दिन सामाजिक एकता और सिंधियत की मजबूती पर जोर दिया गया। सिंधी समाज के मेले में समाज के अपनेपन की सुगंध भी थी और संस्कृति एवं परंपरा को बनाए रखने की सुंदर कोशिश भी। यह कोशिश केवल पारंपरिक व्यंजनों तक ही सीमित नहीं थी बल्कि गीत संगीत के साथ साहित्य और प्रदर्शनी के रूप में भी की जा रही थी। मेले के आखिरी दिन हजारों की संख्या में सिंधी भाषी लोग पहुंचे। मेले में सिंधी सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखने और सुनने के लिए समाज का सैलाब उमड़ पड़ा। भक्ति के साथ सिंधी कला संस्कृति और खान-पान के अनूठे संगम से समाहित दो दिवसीय मेले में युवा पीढ़ी को सिंधियत समझने और बढ़ाने पर जोर दिया गया। बच्चों से लेकर युवाओं और बुजुर्गों ने उत्साह व उमंग के साथ भाग लिया। प्रवेश द्वार पर विराजमान वरुणावतार भगवान झूलेलाल को नमन करते हुए श्रद्धालुओं ने मेले में प्रवेश किया। सिंधी मेले में एक और जहां देवलोक और माता वैष्णो देवी की झांकी थी तो वहीं दूसरी ओर सिंधी गीत और नृत्य का उत्सव हर किसी को लुभा रहा था। सांस्कृतिक कार्यक्रम, सिंधी खान पान के स्टॉल के साथ रॉकस्टार शुभम नथानी और एंकर मोहित शेवानी की मधुर आवाज सिंधी भाषा को प्रोत्साहित करने के साथ सिंधियत को प्रमोट कर रही थी।
मेला कमेटी के महामंत्री प्रदीप बनवारी ने बताया कि मेले सांस्कृतिक आयोजन युवा पीढ़ी को सिंधी विरासत और सभ्यता से रूबरू कराने का सशक्त माध्यम है। इस तरह के आयोजन के माध्यम से समाज के लोग लुप्त होते सिंधी व्यंजनों का स्वाद भी ले रहे हैं और समाज की संस्कृति से रूबरू हो रहे हैं।
मेला मैदान प्रमुख हरीश टहिलानी ने बताया सिंधी समाज कि मेले में सिंधी व्यंजन चटनी डोडो सेअल फुल्का, कढ़ी चावल, दाल पकवान साईं भाजी, मालपुओ जैसे व्यंजन युवाओं को खूब भा रहे हैं।
मेला समिति के सहसंयोजक नरेश लखवानी ने कहा मेले में सिंधी कला, संस्कृति और खान-पान के अनूठे संगम के साथ बच्चों के लिए झूले आकर्षण का केंद्र हैं, तो वहीं दूसरी तरफ माता वैष्णो देवी की झांकी, संत दरबार और सिंधी गीत नृत्य उत्सव युवा पीढ़ी को समाज की संस्कृति से रूबरू करा रहा है। उन्होंने कहा मेले में सिंधी व्यंजनों की महक बिखेरते पारंपरिक पकवानों के साथ सिंधी परिधानों की भी स्टॉल लगाई गई है।
मेला संयोजक सुरेश सीतलानी ने बताया दो दिवसीय मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम झांकियां झूले और खानपान की स्टाल आकर्षण का केंद्र है। आज मेला समापन के अवसर पर समाज की शख्सियतों को सम्मानित भी किया गया है।
इस बार मेले में माता वैष्णो देवी की इको फ्रेंडली गुफा मेले में आने वाले लोगों को लुभा रही है। संत दरबार के साथ देवलोक के दर्शन, गोवर्धन पर्वत की झांकी श्रद्धालुओं में भक्ति भाव दर्शा रही है। युवाओं के साथ महिलाओं और बुजुर्गों में मेले के प्रति बेहद उत्साह है। सिंधी समाज के इस मेले में सिंधी साहित्य की स्टाल के साथ सिंधी संतो की झांकियां और महिला स्वावलंबन महिला सशक्तिकरण को बल देने के लिए समाज की जरूरतमंद महिलाओं के लिए निःशुल्क स्टॉल लगाई गई है।
हेमंत भोजवानी, जयप्रकाश धर्मानी ने संयुक्त रूप से बताया इस मेले को लेकर समाज के लोगों में बेहद उत्साह है और हमारा उद्देश्य सिंधियत को बढ़ावा देने के साथ समाज को एकजुट करना है।
श्री राम मंदिर, गोवर्धन पर्वत की झांकी बनी आकर्षण
झूलेलाल मेले में जूट, बोरी और पत्थरों से तैयार की गई माता वैष्णो देवी की इको फ्रेंडली गुफा के साथ प्रभु श्री राम मंदिर की झांकी, गोवर्धन पर्वत की झांकी की श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से परिक्रमा लगाई।
रॉकस्टार शुभम नथानी और मोहित सेवानी की प्रस्तुति पर झूमे श्रोता
भोपाल से आए रॉकस्टार शुभम नथानी, और मोहित सेवानी की प्रस्तुति ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। सिंधी गीतों के रॉकस्टार की प्रस्तुति पर श्रोता झूमने पर मजबूर हो गए। खाली हाथ आया सी हिम्मत ना हारा सी, आशा पाइया दुनियां पांजी… जैसे गीतों पर हर कोई थिरकता नजर आया। इसके बाद मेले में म्यूजिशियन ने भी अपने कर्तब दिखाकर दर्शकों की जमकर तालियां बटोरीं।
मेले में युवा और महिलाओं में दिखा सिंधियत के प्रति प्रेम
कोठी मीना बाजार में आयोजित सिंधी मेले में आए हुए दर्शकों और श्रद्धालुओं में सिंधी पकवानों की पसंद के साथ सिंधी परिधान भी खूब लुभाये। महिलाओं के साथ युवा अलग-अलग जगह बने सेल्फी पॉइंट पर सेल्फी लेकर बेहद उत्साहित नजर आए।
सिंधी समाज ने लिया समाज की एकजुटता का संकल्प
मेले के दौरान मेला संरक्षक जीवतराम करीरा, शोभाराम पुरूसनानी, महेश मंगरानी ने सिंधी समाज के लोगों को समाज की एकता और एक दूसरे के सहयोग का संकल्प दिलाया। समिति के संरक्षक मंडल ने संयुक्त रूप से कहा हमें सिंधी समाज पर गर्व है हम लोग मान सम्मान और स्वाभिमान से समाज में समरसता का संदेश देने के लिए तत्पर हैं।
भव्य जगमग रोशनी रंग बिरंगे गुब्बारों की छठा बिखेरे सिंधियत के मेले में आए सभी का जी आया भले आया सदके आया स्वागत सत्कार मुख्य गेट पर श्याम भोजवानी, सुनील कर्मचंदानी, चिम्मन पेरवानी द्वारा किया गया। सोशल मीडिया की व्यवस्था में संजय नोतनानी, आनंद नोतनानी का सहयोग रहा।
इनकी रही मौजूदगी
मेले के दूसरे दिन प्रमुख रूप से जीवतराम करीरा, महेश मंघरानी, सुरेश सीतलानी, हेमंत भोजवानी, श्याम भोजवानी, रमेश बालानी, अशोक मंगवानी, सुनील करमचंदानी, चतुर्मल भागवानी, हीरालाल त्रिलोकानी, जयप्रकाश धर्माणी, नरेंद्र पुरष्नानी जेठा भाई, भगवान आवतानी, रवि गिडवानी, टेकचंद चिभरानी, नारायनदास लालवानी, हरीश टहल्यानी, लक्ष्मण भावनानी, लालचंद मोटवानी, प्रदीप वनवारी, ठाकुर आवतानी, आनंद नोतनानी, संजय नोटनानी, भोजराज लालवानी, नरेश लखवानी सुंदर चेतवानी, भरत मंगलानी, जीवतराम करमचंदनी, लच्छू भाई, पूजा भोजवानी ,सोनम मुलानी, किरन वरयानी, नेहा फुलवानी, विनीता वाधवानी ,अनु मोटवानी मधु भावनानी, रिया वरलानी आदि उपस्थित रहे सहित बड़ी संख्या में मेला आयोजन समिति से जुड़े पदाधिकारी और सिंधी समाज के लोग मौजूद रहे। सुरक्षा की व्यवस्था विनोद बनवारी, राज छाबड़ा अपने पूरी सैकड़ो युवा टीम के साथ मुस्तैदी से रहे