आगरा। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में फिरोजाबाद में होने वाले चुनाव को चाचा और भतीजे की चुनावी सियासत ने दिलचस्प बना दिया है। भतीजे अक्षय यादव को जिताकर अखिलेश अपने सियासी अमले को कायम रखना चाहते है तो चाचा शिवपाल यादव अपने राजनैतिक करियर को बचाने की जुगत में है। शनिवार को गठबंधन की रैली फिरोजाबाद के बिल्टीगढ़ चौराहे के पास सम्पन्न हुई। उस रैली में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और रालोद मुखिया अजित चौधरी पहुँचे थे। तीनो ने गठबंधन प्रत्याशी
अक्षय यादव के लिये हुंकार भरी और मंच से अक्षय यादव को भारी मतों से जीताने की अपील की।
फिरोजाबाद की सियासी जंग को जीतने के लिए सपा मुखिया ने जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा के साथ अपने चाचा शिवपाल पर भी निशाना साधा। अपने समाज और अपने समर्थकों को साधने के लिए सपा मुखिया ने कहा कि चाचा शिवपाल झूठ बोलने वाले लोगों मे से एक है। कहते है मेरी बेज्जती की इसलिए में पार्टी से निकल गया जबकि सच यह है कि हमे और हमारी पार्टी के लोगों को उन्होंने बाहर निकाला था। यह पार्टी से निकलवाने और भाजपा से मिलकर काम करने वाले लोग है। जो भाजपा के साथ मिलकर इस पार्टी और गठबंधन को कमजोर करना चाहते है। सपा मुखिया ने कहा कि हमने किसका घर ले लिया जबकि उन्होंने हमें घर से निकाला तब नही सोचा कि वो खुद भी इस घर से निकाले जा सकते हैं। हमने आज भी इन्हें पार्टी से नहीं निकाला है।
इसके बाद सपा मुखिया के निशाने पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आये। उन्होंने कहा कि यह व्यक्ति कभी चाय वाला बन जाता है तो कभी चौकीदार बनकर सामने आता है। इस व्यक्ति ने चौकीदारो को बदनाम कर दिया है इसलिए अब चौकीदार की चौकी छीनने का वक्त आ गया है। सपा मुखिया ने इसे जुमलोवाली सरकार कहते हुए कहा कि चायवाले ने कहा कि अच्छे दिन आएंगे हमारे तो अच्छे दिन नही आये बल्कि खुद के अच्छे दिन आ गए। इस पांच साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री किसान और गरीबो के नहीं हुए बल्कि देश के 1% पूंजीपतियों की ही सेवा करते रहे। इन पांच सालों में बहुत बुरे दिन गुजरे, एक भी वादा पूरा नही हुआ।
इसके बाद बसपा सुप्रीमो ने अक्षय यादव के लिए जनता से वोट करने की अपील की और सपा बसपा समर्थकों से गठबंधन धर्म निभाने की अपील की। जनता को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो ने कहा कि इस बार केंद्र की सरकार नमो नमो की नहीं होनी चाहिए इस बार जय भीम जय भीम का नारा भी दिल्ली में गूंजना चाहिए। बसपा सुप्रीमो ने कांग्रेस और भाजपा सरकार दोनो को आड़े हाथ लिया। उनका कहना था कि दोनों ही सरकार धोखेबाज है।
मायावती ने पीएम मोदी को तंज कसते हुए कहा कि चौकीदार की नाटकबाजी भी इस बार भाजपा को नहीं जिता पाएगी। चाहे भाजपा के छोटे-बड़े सभी चौकीदार इकट्ठे हो जाएं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
बसपा सुप्रीमो जब लोगों को संबोधित कर रही थी तब सपाइयों ने नारेबाजी करना शुरु कर दिया। इस पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा कार्यकर्ताओं को मंच से ही नसीहत दे डाली। मायावती मंच से बोली कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को बसपा के कार्यकर्ताओं से कुछ सीखने की जरुरत है। बसपा के लोग कितनी शांति से सुन रहे हैं।
इस पर समाजवादी पार्टी के वर्तमान सांसद व फिरोजाबाद लोकसभा प्रत्याशी अक्षय यादव से बात की तो उन्होंने कहा कि बसपा एक कैडर की पार्टी है और अनुशासन की बात करती है।उन्होंने जो कहा है वह बिल्कुल ठीक कहा है हमें इस से सीख लेनी चाहिए।