आगरा। लॉकडाउन के बीच गरीब लोगों को आर्थिक मदद देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार की ओर से जीरो बैलेंस वाले खाते में 500 रुपये ट्रांसफर किये है लेकिन 500 रुपये की आर्थिक मदद पाने के लिए एक वृद्ध महिला ने लगभग 35 किलोमीटर तक का सफर पैदल तय किया और इस सफर को तय करने के बाद भी इस बुजुर्ग महिला को कोई राहत नही मिली। इसके खाते में 500 रुपये नही आये जिससे वृद्ध महिला पूरी तरह से टूट गयी। इस बुजुर्ग महिला का वीडियो सोशल पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है।
मामला पचोखरा की एसबीआई बैंक का है। इस बैंक में रामबाग आगरा की रहने वाली बुजुर्ग महिला का जीरो बैलेंस का खाता है। बुजुर्ग महिला को जानकारी हुई कि ज़ीरो बैलेंस के खाते में सरकार की ओर से पांच सौ रुपये आये है तो इस आर्थिक संकट में इस बुजुर्ग महिला इन पाँच सौ रुपये निकालने के लिए लगभग 35 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय कर दिया।
बुजुर्ग महिला ने बताया कि वह सुबह तड़के अपने घर से निकली। धीरे धीरे पैदल चलते हुएे बैंक पहुँच गयी लेकिन उसकी यह मेहनत बेकार चली गयी। उसके खाते में सरकार की ओर से 500 रुपये नहीं आये जिससे वह मायूस है और बुरी तरह टूट गयी है।
हैरानी की बात यह भी है कि लॉकडाउन के चलते 35 किमी के सफ़र में किसी भी पुलिसकर्मी ने उसे टोकने की ज़हमत नहीं उठाई कि वह कहां जा रही है।