आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में हाईस्कूल बोर्ड के प्रश्नपत्रों की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही सामने आ रही है देखने में आ रहा है कि इन प्रश्न पत्रों को जीआईसी इंटर कॉलेज से बिना सुरक्षा के सेंटरों तक भेजे जा रहे हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारी प्राईवेट स्कूल संचालकों को बुलाकर प्रश्नपत्र बांट रहे हैं। जीआईसी इंटर कॉलेज से प्रश्नपत्रों को स्कूल संचालक अपनी निजी गाड़ियों से लेकर जा रहे हैं और इस दौरान किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं बढ़ती जा रही है और कोई भी इन प्रश्न पत्रों को आसानी से खोल सकता है और उसकी फोटो खींच कर सॉल्व पेपर वायरल कर सकता है।
सुरक्षा के साथ प्रश्नपत्रों को स्कूल तक पहुँचाने की जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की होती है। ऐसे में प्रश्नपत्रों की सुरक्षा ताक पर है। स्कूल संचालक अपनी निजी गाड़ियों में रखे प्रश्नपत्रों को कहीं से भी खोलकर देख सकते हैं। हाईस्कूल बोर्ड के प्रश्नपत्र सेंटरों तक पहुंचाने में शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा बड़ी लापरवाही बरती जा रही है लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों का इस लापरवाही पर कोई ध्यान नहीं है।
इस मामले में जब एडीएम सिटी से बात की गई तो एडीएम सिटी केपी सिंह ने बताया कि मीडिया के माध्याम से मामले की जानकारी हुई है। प्राइवेट स्कूलों के संचालक अपनी निजी वाहनों से अगर प्रश्नपत्रों को ले जा रहे हैं तो मामले की जांच कराई जाएगी। डीआईओएस से भी पूछा जाएगा जो निजी स्कूल संचालक हैं वहां कैसे पहुंच रहे हैं और कौन उनको प्रश्नपत्र दे रहा है। अगर घटना सही पाई जाएगी तो जो शिक्षा विभाग के अधिकारी इसमें लिप्त पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रश्नपत्रों को सुरक्षा के साथ सेंटरों तक भेजने की शिक्षा विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी है।
जाहिर है कि अगर जांच में इतनी बड़ी लापरवाही सामने आती है तो बोर्ड परीक्षा में भ्रष्टाचार का चारों तरफ जाल फैला होगा और योगी सरकार का इमानदारी से बोर्ड परीक्षा कराने का दावा भी खोखला साबित हो जाएगा।