Agra. ताजमहल परिसर में बने 22 कमरों को खोलने के लिए याचिका दायर की गई है। इस याचिका के दायर होने के बाद हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। इस खुशी को हिंदूवादी संगठन के लोग अलग-अलग तरीके से जाहिर कर रहे हैं। सोमवार को अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ता भी खुशी जताने और मिष्ठान वितरण करने के लिए ताजमहल पहुंचे थे। जैसे ही हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता पश्चिमी गेट बैरियर पर पहुंची पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
हिंदूवादी संगठन के सभी कार्यकर्ता भगवा धारी गमछा डाले हुए थे। पुलिस ने उन्हें देखा और माज़रा समझने में देर नहीं लगी। जैसे ही हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता पश्चिमी गेट बैरियर से अंदर जाने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पुलिस ने जब उनकी तलाशी ली तो उनके पास से बूंदी के लड्डू निकले और पुलिस ने उन्हें बैरियर के अंदर घुसने नहीं दिया।
तलाशी में बूंदी के लड्डू निकलने पर पुलिस ने हिंदू वादियों को बैरियर पर ही रोक दिया जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों में रोष फैल गया। उन्होंने वहीं पर नारेबाजी करना शुरू कर दिया और अपना आक्रोश भी व्यक्त किया लेकिन पुलिस ने उन्हें बैरियर के अंदर घुसने भी नहीं दिया। जिससे अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने बैरियर पर ही मिष्ठान वितरण करना शुरू कर दिया।
अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रवक्ता संजय जाट ने बताया कि ताजमहल के अंदर उर्स हो सकता है, बिरयानी जा सकती है लेकिन भगवान गणेश का लड्डू नहीं जा सकता है। यह कैसा न्याय है। आज महासभा के कार्यकर्ता इस याचिका के दायर होने पर ही खुशी जाहिर करने के लिए ताजमहल आए थे लेकिन पुलिस ने उन्हें पश्चिमी गेट के बैरियर पर ही रोक लिया और बैरियर के अंदर प्रवेश भी नहीं करने दिया। अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ता इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश नहीं करेंगे।
अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं का कहना है कि ताजमहल नहीं बल्कि तेजो महालय यानी शिव मंदिर है। इसको लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा लगातार आवाज उठाता हुआ चला रहा है। अब जब ताजमहल के 22 कमरों को खोलने के लिए जो याचिका दायर हुई है उससे जल्द साफ हो जाएगा कि ताजमहल एक शिव मंदिर है। यह याचिका ताजमहल के और से पहले के स्थाई इतिहास को सभी के सामने लाएगी।