ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों के माता-पिता को बहुमूल्य मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए, 18 जून, 2023 को डोपामाइंड द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। “ऑटिज्म ऑन पेरेंटिंग ए चाइल्ड विद ऑटिज्म” शीर्षक की इस कार्यशाला में बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया।
Dopamind के संस्थापक व निदेशक विकास शर्मा ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य माता-पिता को व्यवहारिक रणनीतियों को सिखाना था ताकि वे अपने बच्चों के मानसिक विकास हेतु अपना योगदान दे सकें। प्रसिद्ध विशेषज्ञ और पुनर्वास मनोवैज्ञानिक माया बोहरा ने प्रभावी पेरेंटिंग तकनीकों से संबंधित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर किया और आटिज्म पर बच्चों की अनूठी जरूरतों को संबोधित किया।

‘टॉकिंग फ्रेंड्स सेवा का उठाएं लाभ’
कार्यशाला का समापन डोपामाइंड के संस्थापक और निदेशक डॉ. विकास शर्मा ने किया। उन्होंने ‘टॉकिंग फ्रेंड्स ’ नाम से एक डोपमाइंड सेवा लांच की। यह डोपामाइंड द्वारा दी जाने वाली मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं में से एक है। यह एक तरह का चर्चा मंच है जहां व्यक्ति डोपमाइंड चैट रूम में ऐसे लोगों के साथ बातचीत करने के लिए शामिल हो सकते हैं जो समान मानसिक स्वास्थ्य चुनौतियों से निपट रहे हैं।
साथ ही उन्होंने अतिथि, वक्ता और सभी प्रतिभागियों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया। बच्चों के मानसिक विकास को सुगम्य और सुविधाजनक बनाने के लिए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन जारी रखने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की। कार्यशाला के दौरान प्राप्त फीडबैक अत्यधिक सकारात्मक रहे।
आगामी वर्कशॉप से जुड़ने या ऑटिस्म से सम्बंधित परामर्श के लिए संपर्क करें – 8120908044 (Dr. Vikas Sharma)