आगरा से बाह रोड पर फतेहाबाद होकर चलने वाली डग्गेमार बसें इन दिनों परिवहन विभाग को लाखों का चूना लगा रही है। सरकारी स्तर पर ही सवारियों को ढो रही है जबकि किसी भी बस के पास इतनी दूरी तक चलने का परमिट नहीं है। वहीं एक ओर परिवहन विभाग राजस्व बढाने की कवायद कर रहा है और मासिक पास यात्रियों को आकर्षित करने जैसी योजनाऐं चला रहा है तो वहीं बाह से फतेहाबाद होते हुए आगरा के लिए एक दर्जन से अधिक डग्गेमार बसों का संचालन हो रहा है जिसके बारे में परिवहन विभाग के अधिकारियों को भी मालूम है।
प्राइवेट वाहन बेखौफ होकर बस स्टैण्ड से सवारियों को भरते है। यदा कदा एक दो गाडियों का चालान दिखाकर कार्यवाही की इतिश्री कर ली जाती है। वहीं दूसरी ओर रोडवेज बसें बस स्टैण्ड पर नहीं आती। सवारियों को आवंती बाई चौक अथवा बाईपास पर उतारकर चली जाती है। कई बार सवारियों तथा बस के चालक परिचालकों में झगडा होते देखा गया है। परिवहन विभाग की इसी लापरवाही का फायदा डग्गेमार बसें उठाती है।
फिलहाल देखना होगा कि इस खेल को लेकर कब विभाग जागेगा और राजस्व की हानि रोकने में सफल होगा।