Agra. एक राष्ट्रीय पार्टी की की मेयर प्रत्याशी अपने कार्यकर्ताओं के निशाने पर आ गयीं हैं। राष्ट्रीय पार्टी से मेयर का चुनाव लड़ रही बुआ ने अपनी ही पार्टी की हालत खराब कर रखी है। इनके प्रचार को लेकर संगठन भी पूरी तरह से सरेंडर हो गया था। कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय पार्टी है लेकिन क्षेत्रीय पार्टी से बुरी स्थिति बन गयी है। प्रचार थमने का बाद मतदान के दिन बस्ते लगाने की तैयारी हुई तो पता चला कि सभी वार्डों पर बस्ते भी नहीं लग पा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक मेयर प्रत्याशी बुआ ने उन्ही वार्ड में बस्ते लगाने को कहा है, जहाँ सिर्फ उनके प्रत्याशी खड़े हुए है। इसका मतलब यह है कि बुआ उन्ही वार्ड से अपने लिए वोट चाहती है और जीतना चाहती है। यह तो ऐसा हुआ जैसे कोई जागते हुए सपने देख रहा हो।
पार्षद प्रत्याशियों ने खोला मोर्चा
मतदान के दौरान पार्टी की ओर से बूथ पर बस्ते लगाए जाते हैं। राष्ट्रीय पार्टी के कार्यालय से प्रत्याशियों को बस्ते ले जाने के लिए फोन किये जाने लगे। प्रत्याशी बस्ते लेने के लिए पहुँचने लगे लेकिन बस्ते के साथ जो आर्थिक मदद दी उसे देखकर प्रत्याशी भड़क गए। कुछ प्रत्याशियों ने तो बस्ते के साथ आर्थिक मदद वापस कर दी। फिर संगठन की ओर से दुहाई दी जाने लगी। प्रत्याशियों को समझा बुझाकर बस्ते दिए गए।
प्रत्याशियों के आक्रोश को देखते हुए पार्टी के नेता प्रत्याशियों से कहने लगे कि जो मदद है वो मेयर के लिए नही बल्कि आपके अपने लिए है। आप मेयर के लिए नहीं अपने बस्ते तो लगाएं। यह सुनकर प्रत्याशी शांत हुए और इसी पर काम करने की बात कहने लगे।
दांव पर लगी पार्टी की साख
संगठन के कुछ लोगों ने ही निकाय चुनाव में इस राष्ट्रीय पार्टी की साख पर लगा दिया। जिस प्रत्याशी को चुनाव लड़ाया जा रहा उसे सिर्फ यह कहते रहे कि इनके परिजन पुराने पार्टी से जुड़े हुए हैं इसलिए उसे चुनाव लड़वा दिया। आलम यह हुआ कि हर कार्यकर्ता इस प्रत्याशी से रुष्ट है और अब बस्ते भी नहीं लग पा रहे हैं। हर बार की तरह इस बार भी राष्ट्रीय पार्टी की साख को दांव पर लगा दिया।