Home » रकाबगंज अर्बन हेल्थ सेंटर पर मरीज़ बनकर पहुंचे पार्षद पति, निरीक्षण में खुली ये पोल, होगी शिकायत

रकाबगंज अर्बन हेल्थ सेंटर पर मरीज़ बनकर पहुंचे पार्षद पति, निरीक्षण में खुली ये पोल, होगी शिकायत

by admin
Councilor husband arrived at Rakabganj Urban Health Center as a patient, this poll opened in inspection, there will be complaint

Agra. हर व्यक्ति को चिकित्सीय सुविधाएं मिल सके और सरकारी चिकित्सा प्रणाली में सुधार हो, इसको लेकर स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक लगातार औचक निरीक्षण कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने चिकित्सा अधिकारियों को भी समय से विभागों में बैठने और सुविधाएं देने पर जोर दिया है लेकिन इसके बावजूद कुछ चिकित्सा अधिकारी स्वास्थ्य मंत्री के आदेशों को हवा में उड़ा रहे हैं। तानाशाह चिकित्सीय अधिकारियों की यह पोल वार्ड 39 के पार्षद पति रघु पंडित द्वारा यूपीएचसी रकाबगंज पर औचक निरीक्षण के दौरान खुली। पार्षद पति सुबह 10 बजे यूपी एचपी रकाबगंज पहुंचे लेकिन 11 बजे तक कोई भी चिकित्सा अधिकारी नहीं पहुंचा।

क्षेत्रीय लोगों ने की थी शिकायत

यूपीएचसी रकाबगंज पर चिकित्सकों के न मिलने की शिकायत लोगों ने पार्षद लक्ष्मी शर्मा से की थी जिसके बाद स्थिति जानने के लिए वह अपने पति रघु पंडित को मरीज की तरह साथ लेकर पहुंच पूरे मामले की जांच करने की बात कही थी। भाजपा नेता एवं पार्षद पति रघु पंडित सुबह 10 बजे यूपीएचसी पहुंच गए। यहां पर न तो उन्हें फार्मिस्ट मिले और न ही महिला चिकित्सा अधिकारी जिन पर इस केंद्र को संचालित करने की जिम्मेदारी है।

यूपीएचसी रकाबगंज पर 10 लोगों का स्टाफ है लेकिन रघु पंडित को निरीक्षण के दौरान दो ही लोग ड्यूटी करते हुए मिले। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से पूछताछ की तो ड्यूटी पर तैनात लोगों का कहना था कि 2 लोगों के ट्रांसफर हो चुके हैं और कुछ छुट्टी पर हैं लेकिन महिला चिकित्सा अधिकारी अभी आई नहीं हैं।

की जाएगी शिकायत

भाजपा नेता रघु पंडित का कहना था कि आम व्यक्ति चिकित्सक सुविधाओं के लिए यूपीएचसी आता है। इस क्षेत्र में अधिकतर दलित समाज के लोग रहते हैं जो महंगा इलाज खर्च नहीं उठा सकते लेकिन यहां तैनात चिकित्सा अधिकारी सरकार की मंशा को पलीता लगाने में लगे हुए हैं। समय से यूपीएचसी स्वास्थ्य केंद्र पर ना पहुंचने से मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह लापरवाह चिकित्सक अपनी ड्यूटी को भी पूरी तरह से नहीं निभा रहे हैं। महिला चिकित्सा अधिकारी की शिकायत जिलाधिकारी आगरा और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक से की जाएगी।

Related Articles